5-7 फरवरी, 2020 तक ‘पशुपालन में वेटरनरी मेडिसिन के नये आयाम’ विषय पर इंडियन सोसाइटी ऑफ़ वेटरनरी मेडिसिन ने बेंगलुरु में अपनें 38वें वार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया, जिसमें लुवास के वैज्ञानिकों ने भाग लिया। इस वार्षिक अधिवेशन के दौरान लुवास के वैज्ञानिकों ने विभिन्न श्रेणियों में मौखिक, पोस्टर आदि में अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। इस अधिवेशन में लुवास के वैज्ञानिकों ने दो पुरस्कार प्राप्त किए।
इसमें लुवास विश्वविद्यालय के वेटरनरी क्लिनिकल काम्प्लेक्स विभाग के सहायक प्रोफ़ेसर डॉ. तरुण गुप्ता को श्वानों तथा छोटे पशुओं में रेबीज रोग व अन्य संक्रामक रोगों की मौखिक प्रस्तुति में प्रथम पुरस्कार मिला। उनके द्वारा प्रस्तुत किए गये इस पेपर लेखन में डॉ. दिव्या अग्निहोत्री, डॉ. रेनू गुप्ता और डॉ. वी. के जैन ने उनका साथ दिया। वहीं लुवास के इसी विभाग की टीम को गाय व भैंसों की बिमारियों में गैर संक्रामक रोगों के सत्र में पोस्टर प्रतियोगिता में द्वितीय पुरुस्कार प्राप्त हुआ, इस टीम के सदस्यों में डॉ. तरुण कुमार, डॉ. चेतन, डॉ. निलेश सिन्धु, डॉ. दिव्या अग्निहोत्री, डॉ. मनीष शर्मा और डॉ. वी.के जैन शामिल रहे।
लुवास वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गुरदियाल सिंह, पशुचिकित्सा महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ. दिवाकर शर्मा व अनुसंधान निदेशक डॉ. प्रवीन गोयल ने प्रसन्नता प्रकट करते हुए बधाई दी है।
LUVAS faculty from Department of Veterinary Clinical Complex participated in 38th Annual Convention of Indian Society of Veterinary Medicine and Advancement in a Veterinary Medicine in mitigating challenges to Animal Health (5-7 February 2020) in Bengaluru and received two awards. Dr. Tarun Kumar, Assistant Professor, got first prize in oral presentation in Infectious diseases of Companion Animal Session. The paper was co-authored by Dr Divya Agnihotri, VCC, Dr Renu Gupta, VPHE and Dr V.K. Jain, VCC. The VCC team also got Second prize in poster competition in non infectious diseases of farm animals session. The poster was authored by Dr Tarun Kumar, Dr Chetan, Dr Neelesh Sindhu, Dr Divya Agnihotri, Dr Maneesh Sharma and Dr VK Jain of VCC.