by Dr. Amandeep Singh
चूजों को दिन के ठंडे घंटों में (सुबह 6 बजे से पहले या शाम को 8 बजे के बाद) फार्म में लायें I
चूजों को हमेशा स्वच्छ पानी और फीड दें I पानी के बर्तन रोज़ साफ़ करें तथा फीड दोपहर में न देकर सुबह, शाम और रात को दें I
चूजों को उपरोक्त जगह दें (एक दिन के चूजे को 7 इंच तथा 1 महीने के पक्षी को 1 फुट जगह प्रदान करें) I फार्म का फर्श सूखा रखें I अधिक गीला होने पर बूरे का इस्तेमाल करें I
अपने फार्म को चूहों, साँपों, तथा अन्य प्रकार के जीव जंतुओं से बचाएं, ये पक्षियों को मारने के साथ साथ बीमारियाँ भी फैलाते हैं I
अपने या अपने फार्म में कार्यरत कर्मचारियों के अलावा किसी को फार्म में न आने दें I यदि कोई आना भी चाहे तो उसकी साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें I खुद भी तथा अन्य व्यक्तियों के हाथ तथा पैर साफ़ करा कर ही फार्म में प्रवेश करें I
वेंटिलेशन का ख़ास ध्यान रखें I गर्मियों में फार्म क परदे उतार दें तथा एग्जॉस्ट पंखें लगा कर फार्म में पैदा हुई गैस को बाहर निकालें I सर्दियों में भी परदे थोड़े झुका दे ताकि साफ़ और शुद्ध हवा का घुमाव बना रहे I
अगर आपके फार्म में कोई बिमारी नहीं आई है तो एंटीबायोटिक का प्रयोग न करें I केवल विटामिन टॉनिक और प्रोबायोटिक दें जिससे की चूजों की सेहत बनी रहे I प्रोबायोटिक वो दवाई होती है जिससे चूजों का रोधक क्षमता बढती है और पाचन में सुधार आता है I
चूजों को समय समय पे वैक्सीन दें I भारत में गम्बोरो, रानीखेत और मेरेक्स बिमारियों के लिए वैक्सीन देना अति आवश्यक है I
अगर कोई चूजा बीमार दिखाई दे या अन्य चूजों से अलग रहे तो उसे उसी वक़्त फार्म के स्वस्थ्य चूजों से अलग कर दें I
कोई भी समस्या आने पर केवल पंजीकृत पशु चिकित्सक से ही सुझाव लें I
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