कान की बिमारी
# कर्ण शोथ (otitis) #
कान की सूजन अथवा कर्ण शोथ तीन प्रकार का होता है !
1. otitis externa – कान के बाह्य भाग की सूजन
2. otitis media – कान के मध्य भाग की सूजन
3. otitis interna – कान के भीतरी भाग की सूजन
अधिकांशतः कान के बाह्य भाग की सूजन पशुओ को अधिक होती है !
रोगकारक (etiology):
इस अन्तर्गत किसी वस्तु से कान को चोट लगना , किसी कीट द्वारा काटना , कान को किसी वस्तु से रगड़ लेना व अन्य संक्रमण शामिल होते है जो कान के बाह्य भाग के शोथ उत्पन्न कर देते है !
लक्षण (symptoms):
1.कान मे जलन होने से पशु कान को दिवार ,पेड़ आदि से रगड़ता है ,कानो को बार-बार हिलाता है (फड़फड़ाता है ) !
2. कान लाल हो जाता है ,सूज जाता है !
3. पीला ,क्रीमी , गन्धयुक्त पीप कान से आने लगती है !
4. दर्द वाले कान की तरफ पशु सिर को झुका के रखता है !
5. पशु बेचैन रहता है , कम चरता है !
उपचार (treatment):
* कान को किसी भी antiseptic solution से साफ करे , जैसे – savlon , light PP , hydrogen peroxide ,#लेकिन sprit को काम मे नही लें !
* antibiotic Ear drops डाले जो Gentamycin , neomycin , chloramphenicol आदि !
* इंजेक्सन द्वारा broad-spectrum antibiotic व दर्दनिवारक भी दे ,
Ivermectin आवश्यकतानुसार काम लें |