गौ संरक्षण के लिए गोचर विकास, जल प्रबंधन एवं वृक्षारोपण मूल मंत्र: गिरीश जे. शाह

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समस्त महाजन की गौशाला प्रतिनिधि मिलन कार्यक्रम अंतिम दिन कल
गौ संरक्षण के लिए गोचर विकास, जल प्रबंधन एवं वृक्षारोपण मूल मंत्र: गिरीश जे. शाह
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12 जुलाई 2019, जोधपुर(राजस्थान)
समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी एवं भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड भारत सरकार के सदस्य, गिरीश जे. शाह पिछले कई दिनों से राजस्थान में सूखा एवं अकाल से प्रभावित क्षेत्रों का अपनी टीम के साथ भ्रमण कर रहे हैं. साथ ही साथ गौ सेवा संरक्षण संवर्धन में काम कर रहे गौशालाओं और उनके प्रतिनिधियों से भेंट भी कर रहे हैं. अपने भ्रमण कार्य में समस्त महाजन संस्था की ओर से गौशालाओं के समक्ष आने वाली समस्याओं तह में जाकर के उनके द्वारा चलाए जा रहे गौशाला प्रबंधन कार्यों में शामिल होने की अपील कर रहे हैं.

समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी शाह अपने एक साप्ताह के भ्रमण कार्यक्रम में जहां गौशालाओं में जा- जाकर उनकी समस्याओं को सुनने , समझने, निपटाने तथा स्वयं को जोड़ने का काम कर रहे हैं, वही समस्त महाजन की ओर से उन्हें तकनीकी ज्ञान एवं गौशाला प्रबंधन की सहायता करने हेतु अपने साझेदारी का अनुरोध कर रहे हैं. शाह के मार्गदर्शन में बाड़मेर स्थित गोपाल गौशाला की एक नई इकाई का उद्घाटन किया गया जिसमें उन्होंने गौशाला प्रबंधन के लिए सबसे पहले गोचर का विकास,वृक्षारोपण एवं जल प्रबंधन के कार्यक्रमों को महत्व देने की अपील की. उन्होंने बताया कि गौशाला प्रबंधन के लिए गोचर जल एवं वृक्ष मूल मंत्र है.

अपने भ्रमण कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बाड़मेर, जैसलमेर, फलोदी ओसियां आदि स्थानों का भ्रमण कर चुके हैं. कल के भ्रमण कार्यक्रम में जोधपुर एवं अन्य स्थानीय गौशालाओं का भ्रमण किया जहां पर जल प्रबंधन के लिए तालाब की खुदाई का कार्यक्रम का अवलोकन किया और उसकी समीक्षा करते हुए उन्हें इस अभियान को अग्रसर करने के गुर सिखाएंगे. इस मिलन कार्यक्रम के दौरान जैसलमेर कलेक्टर से भी मिले और उन्होंने गौशालाओं प्रबंधन और स्वावलंबन की वार्ता की . इस पर चर्चा में जैसलमेर स्थित गौशालाओं में गौ संरक्षण – संवर्धन की रणनीति भी शामिल थी. युवा जिलाधिकारी नमित मेहता जैन ने समस्त महाजन के कार्यों की सराहना की और उन्हें जैसलमेर से लेकर पूरे राजस्थान में मार्गदर्शन देने का आग्रह किया.

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समस्त महाजन के इस सघन पशु प्राण रक्षा अभियान के दौरान समस्त महाजन के भ्रमण कार्यक्रम से जुड़े सभी पदाधिकारियों के साथ जोधपुर के गोदली गांव के तालाबों की निरीक्षण की. जहां समस्त महाजन के सहयोग से की गई तालाब की सफाई ,खुदाई एवं बांध निर्माण पर कार्य कर रही संस्थाओं के साथ क्या समाधान पर बातचीत किया . सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही है कि यहां के पशु प्रेमी एवं गौ संरक्षण की दिशा में कार्यरत सभी स्वयंसेवी इतने उत्साहित मिले कि वृक्षारोपण की कार्य की प्रगति बताएं और अवगत कराया कि अभी से करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है. यह भी बताया कि शिवसर एवं गोदली गांव की खुदाई अत्यंत तेजी के साथ चल रहा है शाह एवं समस्त महाजन की समस्त टीम जाकर के तालाबों की खुदाई के कार्यक्रम का अवलोकन किया .जहां इस साल बारिश के पानी को एकत्र करने की व्यवस्था बनाई जा रही है. शाह ने बताया कि जिन गांव में तालाब की खुदाई की जा रही है वहां 50 बीघे से लेकर के 500 बीघे तक की जमीनों को वृक्षारोपण जल प्रबंधन एवं गौ शाला विकास के लिए समर्पित किया जा चुका है. वहां के कार्यकर्ता दिन-रात इस कार्य को सफल बनाने में लगे हैं.

जहां-जहां समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरीश जे शाह जा रहे हैं, वहां उन्होंने यह कहा कि राजस्थान की भीषण गर्मी एवं तपती जमीन पशु पक्षियों की बेहाल दशा एक रोजमर्रा की बात हो गई है और अब इसका स्थाई समाधान खोजना अत्यंत आवश्यक है. राजस्थान के सूखा प्रभावित जैसे बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर, जोधपुर पाली जालौर आदि जगह पर मुंबई स्थित समस्त महाजन संस्था तात्कालिक एवं दीर्घकालीन पशु कल्याण के कार्य को रात दिन कार्य करने में जुटी हुई है इसलिए गौशाला प्रबंधन एवं आज का कार्य तेजी से चल रहा है . कारण है कि समस्त महाजन संस्था ने कई गौशाला संस्थाओं को गोवंश पशु को बचाने के लिए सिर्फ सहारा ही नहीं दे रही है बल्कि उन्हें प्रेरित कर स्वावलंबी बनाने की दिशा में से कदम मिलाकर काम कर रही है. समस्त महाजन के इस भ्रमण कार्यक्रम के दौरान गोपाल गौशाला बाड़मेर के द्वितीय परिसर का लोकार्पण करते हुए समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरीश जे शाह ने गौ सेवा में लीन गौ भक्तों गौशाला प्रतिनिधियों एवं जीव दया में काम कर रहे एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान में गोवशीय पशुओं की रक्षा करना एक बहुत बड़ी चुनौती है जिसे इससे निपटने के लिए जनभागीदारी अत्यंत आवश्यक है . उन्होंने गौ संरक्षण के दिशा में समस्त महाजन की भूमिका को बताते हुए कहा कि अब तक के प्रयास में साधु-संतों देश भर के दानदाताओं और राजस्थान के सभी भामाशाहों की अहम् भूमिका है जो वंदनीय है.

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गिरीश जे. शाह अपने संबोधन में बताया कि देश की कई ऐसी गौशालाये बहुत अच्छा काम कर रही हैं. स्वाबलंबन के दिशा में हिंगोनिया गौशाला एवं ग्वालियर नगर निगम की गौशाला एवं गोपाल गौशाला का कार्य प्रशंसनीय है. हालांकि, राजस्थान में काम कर रही गौशालाओं की स्थिति- परिस्थिति काफी भिन्न है . इस दिशा में समस्त महाजन सब को जागृत करने का बीड़ा उठाया है. इस कार्य के लिए हम लोगों को जागृत कर रहे हैं ताकि वह गोवंश की स्थाई सुरक्षा के लिए गोचर विकास, जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण के कार्यों की हर गांव में प्राथमिकता दी जाए ,खास करके उन जगहों पर जहां पर प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन सुलभ हो.

इस समस्या के निराकरण के लिए शाह ने राजस्थान के गोपालन एवं खनिज मंत्री प्रमोद जैन “भाया” के साथ एक मीटिंग का जिक्र करते हुए बताया कि गौशाला के लिए अनुदान की एक मानक तैयार की जानी चाहिए ताकि उनकी गौशालाओं की क्षमता के अनुसार अनुदान दिया जा सके. साथ ही साथ भरण पोषण के लिए एक उचित राशि भी तय किया जाना अत्यंत आवश्यक है. इस विचार-विमर्श में यह भी स्वीकार किया गया कि गौशाला की अपनी जमीन होना आवश्यक है . उन्होंने अपनी यह भी राय जाहिर की और कहा कि गौशालाओं को लीज की जमीनों पर गौशाला बनाना नुकसानदेह साबित हो सकता है. गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने की सलाह देते हुए कहा कि गोचर भूमि से चारे की बहुत बढ़ा समस्या हल हो सकता है. जल संरक्षण के सफलता का उदाहरण देते हुए बताया कि महाराष्ट्र के जालना में जो कार्य किया गया है उससे वहां के किसानों के लिए महीनों तक की जल समस्या सुलझाने की व्यवस्था मिली है जिसमें समस्त महाजन की ओर से जो धनराशि लगाई गई है उसका अधिकांश अंश महाराष्ट्र सरकार के द्वारा लगाया गया है.

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सबसे रोचक बात यह है कि जहां जहां समस्त महाजन की टीम जा रही है वहां के गौ भक्त पशु प्रेमी और गौशाला के कार्यकर्ता उनका भव्य स्वागत कर रहे हैं और समस्त महाजन आशा की किरण खोज रहे हैं. कोई विजिटिंग कार्ड मांगता हैं तो कुछ लोग टेलीफोन नंबर नोट करते हैं . शाह जहां भी जाते हैं वह उत्सव का माहौल हो जाता है . गौशाला स्वावलंबन की यह यात्रा जैसे किसी बड़े जननायक का सभा हो .इस यात्रा के दौरान बाड़मेर के एक गांव के लोग किसान की हत्या के बाद छोटी सी बचत से गौशाला खोल दिए हैं .जहां पर लहराती हरे चारे की फसल देखकर हर किसी का मन खुश हो जाएगा .गांव के लोग इतने उत्साहित और एकजुट है कि वहां पहुंचने पर एक उत्सव का माहौल पैदा हो जाता है. यह सभी कुछ समस्त महाजन के कार्य पद्धति की विशेषताएं हैं जो सबको गौ सेवा गौ संवर्धन से जोड़ती चली जा रही है. अभी तक समस्त महाजन राजस्थान ,गुजरात एवं महाराष्ट्र में फैली हुई है किंतु आने वाले कल में पूर्वी भारत की ओर अपने सेवाओं को ले जाने की कोशिश में जुटा हुआ है. समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी शाह ने बताया कि अभी लखनऊ में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए प्रदेशभर के गौशालाओं प्रतिनिधियों को जोड़ा जाएगा. समस्त महाजन की प्रशिक्षण पद्धति पर आधारित प्रशिक्षण शिविर के द्वारा प्रशिक्षित कर लंबी बनाने के गुर सिखाए जाएंगे . इसके लिए प्रयास किया जा रहा है कि इसके लिए प्रयास किया जा रहा है कि समस्त महाजन के साथ उत्तर प्रदेश सरकार तथा भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड समन्वित रूप से यह कार्यक्रम चलाया जाए.

रिपोर्ट: डॉ. आर. बी. चौधरी
( विज्ञान लेखक एवं पत्रकार, पूर्व प्रधान संपादक एवं मीडिया हेड एडब्ल्यूबीआई, भारत सरकार)
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