महंगाई की मार से मुर्गीपालक बीमार, अंडा उत्पादकों ने लगाई पीएम मोदी से गुहार
पशुधन प्रहरी नेटवर्क ,पटना , 14 फरवरी 2020
बढ़ी हुयी अनाज की कीमतों के कारण मुर्गी के दाने की कीमत में बहुत ज़्यादा इज़ाफ़ा हो गया है जिससे एक अंडे की पैदावार लागत 4 रुपये से अधिक आ रही है जबकि ट्रेडर्स द्वारा अंडे का मूल्य पिछले एक साल से 3 से 3.30 तय किया जा रहा है। NECC, PAPAK,EGGCHI, PMR आदि कंपनियों द्वारा अंडे की कीमतों को तय किया जाता है, जिसका इन कंपनियों को कोई अधिकार नही है। ट्रेडर्स के द्वारा कम कीमत लगा के भारी मात्रा में अंडे को एकत्रित कर के अधिक कीमत पे बाज़ार में बेचा जा रहा है। बाजार में खुदरा मूल्य में कोई कमी नही है जबकि प्रतिदिन अंडे की कीमत धराशायी होती जा रही है।
कालाबाजारी होने के कारण ट्रेडर्स, अंडा उत्पादकों का भरपूर शोषण कर रहे हैं, इसका प्रमुख कारण है NECC, PAPAK, EGGCHI, PMR आदि कंपनियों पे सरकार का नियंत्रण ना होना है। सरकार द्वारा 2022 तक की आय दोगुना करने का संकल्प लिया है, लेकिन हालात यही बने रहे और बहुत जल्द कोई ठोस कदम नही उठाया गया तो किसान कर्ज के बोझ तले दबकर बर्बाद हो जाएगा।
दरअसल, बिहार लेयर फॉर्म्स एसोशिएशन नें पीएम मोदी से गुहार लगायी है कि सरकार कीमतों का नियंत्रण अपने हाथ में लेकर मिडिल मैन को ख़त्म करे ताकि कालाबाजारी बंद हो और अंडा उत्पादकों को सही कीमत मिल सके। बिहार लेयर फॉर्म्स एसोशिएशन के अध्यक्ष विजय प्रकाश, उपाध्यक्ष मनीष राय, सचिव अभय कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष कामरान आलम ने विज्ञप्ति के माध्यम से अपनी बात ‘पशुधन प्रहरी ’ से कही।