मिल्क फीवर के लक्षण (Symptoms or Clinical signs of milk fever)- how to diagnose milk fever

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मिल्क फीवर के लक्षण (Symptoms or Clinical signs of milk fever)- how to diagnose milk fever

मिल्क फीवर के लक्षणों को तीन चरणों में बांटा जा सकता है

प्रथम चरण (stage 1): गाय चलने फिरने में असमर्थ होती है लेकिन Hypersensitivity एवं excitability के लक्षण जैसे कि बेचैनी (restlessness), कंपन (tremors), ear twitching, Staring eyes, head bobbing देखने को मिलते हैं! गाय पिछले पैरों से थोड़ा लंगड़ा के चलने लगती है ! अगर ऐसी स्थिति में इलाज नहीं किया जाए तो यह लक्षण धीरे धीरे बीमारी के दूसरे चरण की तरफ बढ़ने लगते हैं!

द्वितीय चरण (stage 2): गाय खड़ा होना बंद कर देती है तथा लेटी रहती है (Sternal recumbancy)! हार्ट बीट 100/min से ज्यादा हो जाती है, तथा धडकन एवं नब्ज (pulse) कमजोर होने लगती है! गाय सुस्त (dull) लगने लगती है, muzzle dry हो जाता है, टांगे एवं कान ठंडे रहने लगते हैं(cold extrimities) तथा शरीर का तापमान सामान्य से कम हो जाता है (ठंडे, गीले एवं हवादार मौसम में)!

अरेखित पेशियों के लकवे की (smooth muscle paralysis) वजह से आफरा (Bloat) आने लगता है तथा मल मूत्र त्याग में परेशानी होने लगती है! ऐसी स्थिति में आमतौर पर जानवर अपना सर मोड़ कर पैरों की तरफ Flank पर रख लेता है!
यह चरण सामान्यतया थोड़ा लंबा चलता है कुछ घंटे से 12 घंटे तक! समय पर इलाज मिलने पर रिकवरी बहुत शीघ्र हो जाती है नहीं तो बीमारी तीसरे चरण में चली जाती है!

तृतीय चरण (Stage 3): गाय lateral recumbancy में आ जाती है तथा muscle flaccidity देखने को मिलती है! शरीर बाहरी उद्दीपन के प्रति कोई भी प्रतिक्रिया देना बंद कर देता है ! धीरे धीरे conciousness कम होने लगती है तथा शरीर का तापमान बहुत तेजी से गिरता है, ह्रदय गति 120/min से ऊपर हो जाती है, नब्ज बहुत कमजोर हो जाती है तथा महसूस करने लायक नहीं रहती! धीरे धीरे जानवर कोमा (coma) में चला जाता है तथा इलाज न मिलने की स्थिति में कुछ घंटों में मृत्यु हो जाती है!

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