रोग/ disease – enterotoxaemia ( फड़किया )
जीवाणुजनित रोग है, जो मुख्यतः भेड़ व बकरी तथा वयस्क बछडो मे होता है,
##रोग कारक /etiology – clostridium perfringens type -D नामक जीवाणु से होता है,
इस जीवाणु से विषैले पदार्थ उत्पन्न होते है, जिनमे से epsilon toxin सबसे महत्वपूर्ण toxin है,
#सरसो,चने के खेतो मे कटाई के बाद भेड़ व बकरी वहा पर पडी सरसो व चने की फलियो को अधिक मात्रा मे खा जाती है,,
##लक्षण/ symptoms-1,पेट मे तीव्र दर्द होने के कारण भेड़ व बकरी बेचैन होकर हवा मे कुदने लग जाती है,
2 , रोगी पशु अपनी गर्दन दोनो पैरो के बीच रखकर चक्कर कटता है,
3 ,पतले दस्त आना
4 , मुँह से झाग आना
5, शरीर मे कम्पन होना
##उपचार/ treatment
रोग के तीव्रता से फैलने व रोगी प्राणी की शीध्र मृत्यु हो जाने के कारण उपचार से कोई लाभ नही होता है,
यदि समय पर इलाज हो सकै तो पशु की जान बच सकती है,
जिस मे प्रभावी औषधी / antibiotics – sulphonamide है, तथा पशु को लक्षणात्मक (symptomatic)व सहारात्मक उपचार (supportive treatment) भी प्रदान करने चाहिए ,,
##रोकथाम / control
मेमनो का टिकाकरण 4-10 सप्ताह की उम्र मे करना चाहिए !!