लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा घरेलू पशुओं तथा पालतू जानवरों की देखभाल के लिए एक एडवाईजरी जारी की गई है। जिससे की हरियाणा प्रदेश के लोग अपने घरेलू जानवरों तथा पालतू पशुओं की ठीक से देखभाल कर सकें और उनसें किसी को कोरोना के संक्रमण का खतरा ना हो तथा संक्रमित व्यक्ति भी अपने पालतू जानवरों की देखभाल के लिए विशेष सावधानी का प्रयोग करें। यह जानकारी इस प्रकार है-
कोविड-19 रोग सम्बंधित महत्वपूर्ण बातें
कोविड-19 रोग एक विषाणु जनित संक्रामक रोग है जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है। यदि संक्रमित व्यक्ति अपने पालतू बिल्ली व कुत्ते के संपर्क में आता है तो वह उन्हें भी संक्रमित कर सकता है। यह रोग संक्रमितश्वास से, खांसने से एवम छींकने से फैलता है। कुत्ते व बिल्ली स्वयं संक्रमित नहीं होते परन्तु ऐसे पशुओं से संपर्क में रहने पर सावधानी रखनी चाहिए ताकि मनुष्यों से पशुओं में इसके फैलने के संभावना से बचा जा सकेI किसी भी अफवाह से न डरें और अपने पालतू पशु को घर से न भगाएं । ऐसी स्थिति में पशुपालक के लिए अपने पशुधन एवम अन्य पालतू पशु जैसे कुत्ता, बिल्ली का रखरखाव और अधिक कठिन एवम महत्वपूर्ण हो जाता है जब सम्पूर्ण विश्व इस संक्रामक रोग की चपेट में हो। इसलिए ये अनिवार्य है कि पशुपालक न केवल अपना ध्यान रखें अपितु अपने प्रिय पशुओं के रख रखाव के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखें :
1. घर पर ही रह करअपने पशुओं का और पालतू जानवरों का रखरखाव करें ।
2. पशुओं को चारा और पेयजल घर पर ही देवें । पालतू कुत्ते व बिल्ली को भी
घर पर रहकर, पर्याप्त भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था करें
3. पालतू कुत्ते व बिल्ली को घर पर ही व्यायाम करवाएं। घर के आँगन में , या
छत पर यह कार्य कर सकते हैं
4. पशुओं को नहलाने की व्यवस्था घर पर ही करें ।
5. पशुशाला की सफाई पर विशेष ध्यान दें। पशुशाला की सफाई 1 प्रतिशत हाइपोक्लोराइट एवम ब्लीच (7 ग्राम एक लीटर पानी में) से करें उसी तरह घर के फर्श की सफाई भी 1 प्रतिशत हाइपोक्लोराइट से करें ।
6. इसी प्रकार दरवाजे व उनके हैंडल, खिड़की इत्यादि को भी 1 प्रतिशत हाइपोक्लोराइट से साफ़ करें ।
7. पालतू कुत्ते व बिल्ली के खान पान के बर्तनो को गरम पानी एवम ब्लीच (15 ग्राम, 4 लीटर पानी ) से साफ़ करें ।
8. यदि आप स्वस्थ महसूस नहीं कर रहे तो आप किसी अन्य सदस्य की मदद से पशुओं का, पशुशाला का एवम कुत्ते व बिल्ली के रखरखाव का कार्य सम्पूर्ण करें और पशु के नजदीक न जाएं ।
9. अपने हाथों को बार बार साबुन से धोएं, तत्पश्चात सैनिटाइजर (70% आइसोप्रोपिल अल्कोहल) लगाएं। सैनिटाइजर लगाने के पश्चात् आग/अग्नि (धूम्रपान, माचिस, लाइटर, खाना पकाने वाली गैस, बिजली के खटके इत्यादि) के समीप न जाएं जब तक यह सम्पूर्ण रूप से वाष्पीकृत न हो जाए ।
10. पालतू कुत्ते व बिल्ली के संपर्क में आने के बाद हाथों को अवश्य धोएं ।
11. अपने चेहरे पे मास्क लगाएं (मुँह और नाक को ढकें), तत्पश्चात ही पशु की देखभाल करें ।
12. पशुओं को पौष्टिक आहार समय पर उपलब्ध करवाएं ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे ।
13. आवश्यक परामर्श एवम जानकारी हेतु पशु चिकित्सक से दूरभाष द्वारा संपर्क करें। आपातकालीन स्थिति में पशु को तुरंत पशु चिकित्सालय लेकर जाएं।
इस सम्बंध में अधिक जानकारी के लिए आम आदमी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर भी जानकारी प्राप्त कर सकते है।