लुवास में विश्व पशुचिकित्सा दिवस पर आयोजित ई-प्रतियोगिताओं का परिणाम घोषित

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लाला लाजपत राय पशु-चिकित्सा एवं पशु-विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास), हिसार में विश्व पशुचिकित्सा दिवस के अवसर पर कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लोकडाउन के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गुरदियाल सिंह के आह्वान पर पशुचिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. दिवाकर शर्मा की अध्यक्षता में पशुचिकित्सा महाविद्यालय सांस्कृतिक और साहित्यिक क्लब द्वारा क्लब इंचार्ज डॉ. तरुण गुप्ता के दिशा निर्देशन में विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कम्पीटिशन का आयोजन किया गया। इस ई–कम्पीटीशन में “एक वेटरनेरियन की कोविड-19 में भूमिका” को लेकर विषय दिया गया था ।
पशुचिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. दिवाकर शर्मा ने बताया कि ज्ञात हो कि विश्व पशुचिकित्सा दिवस हर साल अप्रैल माह के अंतिम शनिवार को मनाया जाता है। जिसकी शुरुआत विश्व पशुचिकित्सा संघ ने वर्ष 2000 में की थी। इसी कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय में भी इस दिन को बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है, पिछलें वर्षों में इस दिन विश्वविद्यालय में अलग-अलग प्रोग्राम आयोजित किए जाते है जिसमें मार्च पास्ट एवं विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन शामिल है इनमें पशुओं के कल्याण से सम्बन्धित विषय रखें जाते है। वहीं इस बार कोरोना महामारी के कारण लोकडाउन के दौरान ई-कम्पीटीशन आयोजित किए गए इस ई–कम्पीटीशन में विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले स्नातक व स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के साथ-साथ विभिन्न कॉलेज में तैनात फैकल्टी ने 3 केटेगरी के अंदर कुल 74 आवेदन किए। लुवास द्वारा इस ई-प्रतियोगिता का परिणाम घोषित कर दिया गया है।
इसमें पहली केटेगरी जो की “ड्राइंग प्रतियोगिता” थी उसमें यू.जी.,पी.जी. के विद्यार्थी व फैकल्टी स्टाफ के कुल 39 आवेदन आए जिसमें यू.जी. विद्यार्थियों में प्रथम-भूपेन्द्र, द्वितीय-गरिमा डाबास एवं सूरज व तृतीय स्थान पर गरिमा परिहार रही वहीं इसी प्रतियोगिता में पी.जी. विद्यार्थियों एवं फैकल्टी स्टाफ में प्रथम-डॉ. दीपिका लाठर, द्वितीय-डॉ. अंजली आर्य व तृतीय स्थान पर नवीन भट्ट रहे। इसमें दूसरी केटेगरी जो की बैस्ट फोटो कम्पीटीशन विद सूटेबल कैप्शन ऑफ़ दी फोटो थी उसमें यू.जी.,पी.जी. के विद्यार्थी व फैकल्टी स्टाफ के कुल 26 आवेदन आए जिसमें यू.जी. विद्यार्थियों में प्रथम-ऐश्वर्या, द्वितीय-रितू यादव व तृतीय-सुमन रही वहीं इसी में पी.जी. विद्यार्थियों एवं फैकल्टी स्टाफ में प्रथम- गौरव रेवड़ी, द्वितीय- डॉ. कपिल श्योरान व तृतीय- डॉ. आस्था नागपाल रही। इस प्रतियोगिता की तीसरी केटेगरी जो की
पहली बार प्रतियोगिता में शामिल की गई “चित्रमय सार (ग्राफिकल एबस्ट्रकट)” थी इसमें पी.जी. विद्यार्थी व फैकल्टी ही आवेदन कर सकती थी। इसमें कुल 9 आवेदन आए जिसमें पी.जी. विद्यार्थियों में प्रथम- डॉ. कंचन आर्य, द्वितीय-डॉ. पारुल राणा व तृतीय- डॉ. जसलीन कौर रही वहीं फैकल्टी में प्रथम- डॉ. मनेश कुमार, द्वितीय-डॉ. विजय जाधव व तृतीय-डॉ. शालिनी शर्मा रही| सभी विजेता प्रतिभागियों को बाद में अन्य किसी कार्य्रकम में सम्मानित किया जाएगा|
इस अवसर पर पशुचिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. डी.पी. शर्मा ने विश्व पशुचिकित्सा दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन पर प्राध्यापकों व विद्यार्थियों को बधाई दी तथा आशा व्यक्त की आगामी वर्ष से इन प्रतियोगिताओं का स्तर बढ़ाया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रतिभागी इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकें। उन्होंने आगे कहा कि पशु चिकित्सा व्यवसाय एक महान व्यवसाय है और इस से जुड़े सभी वैज्ञानिकों को अधिक से अधिक उत्साह के साथ मानव हित के कार्यों में भी ध्यान देना चाहिए। इसी सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि हमारा हमेशा ये प्रयास रहना चाहिए कि कैसे पशुचिकित्सा के क्षेत्र में अधिक से अधिक सुधार हो व राज्य के पशुपालकों को बेहतर पशु स्वास्थ्य की सुविधाएँ प्राप्त हों तथा मानव जीवन का उत्थान हो।

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