दूध के फैट में कमी के १० कारण
पोषण और प्रबंधन हैं इसके मुख्य कारक:
१. पशु की खुराक में फाइबर/रेशे (NDF) की कमी- NDF (न्यूट्रल डिटर्जेंट फाइबर) पशु के वजन का कम से कम 1.1 से 1.2% होना चाहिए
२. हरे चारे की मात्रा में कमी-उच्च गुणवत्ता का हरा चारा पशु के वजन का कम से कम 1.4% होना चाहिए
३. कंसन्ट्रेट राशन/दाने के कणो का आकार अगर बहुत बारीक है तो दूध का फैट घाट सकता है ऐसा होने पर कंसन्ट्रेट और हरे चारे को अच्छी तरह मिला के खिलाये
४. अत्यधिक नॉनफाइबर कार्बोहाइड्रेट (एनएफसी) फाइबर पाचनशक्ति को कम कर सकता है, एसिटिक एसिड उत्पादन को घटाकर, दूध के फैट को कम कर सकता है
५. अत्यधिक वसा और तेल का सेवन दूध का फैट घाट सकता है
६. राशन में क्रूड प्रोटीन की कमी से ड्राई मैटर (शुष्क पदार्थ) के सेवन में कमी और फाइबर/रेशे की पाचन शक्ति में कमी से फैट घट जाता है
७. सल्फर की कमी से रूमेन के मित्र कीटाणुओ द्वारा आवश्यक अमीनो एसिड का संश्लेषण में कमी के कारण प्रोटीन की कमी से दूध के फैट में कमी
८. ऊर्जा की कमी- अर्ली लैक्टेशन में जब गाय बड़ी मात्रा में दूध का उत्पादन करते हुए अपनी ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा नहीं कर पाती हैं तब दूध का फैट काम हो जाता है
९. हीट स्ट्रेस के कारण- गर्म मौसम और हाई हुमिडीटी में, शुष्क पदार्थ/ड्राई मटर इन्टेक में कमी और परिणामस्वरूप फैट में कमी
१०. उच्च सोमेटिक सेल काउंट का होना भी फैट घटने का कारन हो सकता है
By-डॉ जितेंद्र सिंह ,पशु चिकित्सा अधिकारी, कानपुर देहात ,उत्तर प्रदेश