मुर्गियों मे संक्रामक रोगों से बचाव व सावधानियाँ
डॉ. अंकुश किरण निरंजन
पक्षियो को रानी खेत,गम्बोरो और वर्ड फ्लू जैसी कई बीमारिया हो सकती है। ये बीमारियां एक पक्षी से दूसरे पक्षी मे,दूषित पानी से अथवा प्रभावित पक्षी के मल – मूत्र , पंखो आदि के जरिये पूरे झुंड को तेजी से प्रभावित कर सकती है। मुर्गी पालन से जुड़े होने के नाते आप अच्छी तरह जानते है कि अपने पक्षियो को इन बीमारियो से बचाना कितना महत्वपूर्ण है ?
आइये अपने पक्षियो के साथ – साथ अपने बचाव के लिए निम्नलिखिततरीके अपनाए –
1 . बाड़े में सुरक्षित रखें – अपने पक्षियो को बाड़े मे बंद रखिए , केवल आपकी पौल्ट्री फार्म की देखभाल करने वालो को ही पक्षियो के पास जाना चाहिए । अनावश्यक लोगों को बाड़े में प्रवेश न करने दें । अपने मुर्गे – मुर्गी को दूसरे पक्षियो / पशुओ के संपर्क में न आने दें । दो प्रजातियों के पक्षियो को एक ही बाड़े मे रखे ।
- साफ – सफाई रखे – पक्षियो के बाड़े मे और उसके आसपास साफ – सफाई बहुत जरूरी है । इस प्रकार जीवाणु और विषाणु से बचा जा सकता है पक्षियो के बाड़ो को साफ – सूथरा रखे । अपने पौल्ट्री फार्म / बाड़े को नियमित रूप से चूने अथवा कीटाणु नाशक दवाओ का छिड़काव कर संक्रमण मुक्त करते रहे ।
- आहार एवं पेय जल व्यवस्था – पक्षियो को स्वच्छ एवं शीतल पेयजल और संतुलित आहार देवे । पक्षियो का भोजन एवं पेयजल रोजाना बदले व पेयजल और भोजन के बर्तनो की नियमित साफ – सफाई करे ।
- अपने पौल्ट्री फार्म मे बीमारियो को प्रवेश करने से रोके – अपने आपको और बाज़ार या अन्य फार्मो मे अन्य पक्षियो के संपर्क मे आने वाली हर चीज की साफ – सफाई रखे । नए पक्षी को कम से कम 30 दिनों तक अपने स्वस्थ पक्षियो से दूर रखे । बीमारी को फैलने से रोकने या बचाव के लिए पौल्ट्री के संपर्क मे आने से पहले और बाद में अपने हाथ कपड़ो और जूतो को धोये तथा संक्रमण मुक्त करे ।
5 बीमारी उधार न लें – यदि आप अन्य फार्मो से उपकरण औजार या पक्षी लेते है तो अपने स्वस्थ पक्षियो के संपर्क मे आने से पहले भली भांति उनकी सफाई करे और संक्रमण मुक्त करे । अनावश्यक लोगों व अन्य फार्म पर कार्यरत मजदूरो एवं वाहनो को अपने फार्म पर प्रवेश न दें ।
6 लक्षणो को पहचाने – अपने पक्षियो पर नज़र रखे , यदि पक्षियो की आँख , गर्दन और सिर के आस – पास सूजन है और आंखो से रिसाव हो रहा है , कलगी और टाँगो मे नीलापन आ रहा है , अचानक कमजोरी , पंख गिरना बढ़ रहा है और पक्षियो की हरकत में कमी आ रही है , पक्षी आहार कम ले रहे है व अंडे भी कम दे रहे है और असामान्य रूप से अधिक पक्षी मर रहे है , तो यह सब खतरे के संकेत है । यदि पक्षियो में ऐसे असामान्य लक्षण दिखाई देते है तो इसे छुपाए नही क्योकि यह आपके परिवार के स्वस्थ्य के लिए नुकसान दायक हो सकता है ।
- 7 बीमार पक्षी की सूचना – अपने पक्षियो की हर असामान्य बीमारी अथवा मौत की सूचना तुरंत निकटतम पशु चिकित्सा संस्था व जिले के उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाए को तत्काल देवें
https://animalhusbandry.rajasthan.gov.in/Booklets/4.pdf