सांडों के सीमन की स्ट्रा या वीर्य की नली को बाहर से देखकर उसकी नस्ल की पहचान कैसे करें ?
अक्सर आपने यह देखा होगा कि हीट या गर्मी में आई हुई गाय-भैंसों में कृत्रिम गर्भाधान अथवा एआई करने वाला पशु मित्र अपने साथ एक कंटेनर या पात्र लेकर चलता है, जिसमें सीमन की स्ट्रा या वीर्य की नलियां एक गैस (तरल नाइट्रोजन) में संरक्षित होती है । वह उसमें से एक नली निकालता है और उसे गुनगुने पानी में पिघलाकर एक पाइप में डालता है और एआई गन के माध्यम से गाय या भैंस की बच्चेदानी में छोड़ देता है उसके बाद उस पाइप में खाली स्ट्रा रह जाती है जिसे वह फेंक देता है।
- यदि उस पाइप में से खाली स्ट्रा को निकाल कर देखें तो आप बाहर से यह पता लगा सकते हैं कि उस पशु मित्र या ए आई करने वाले व्यक्ति ने किस नस्ल के सांड वीर्य या बीज का प्रयोग किया है।
*सांड की नस्ल की पहचान दो तरह से की जा सकती हैः-*
- स्ट्रा या नली के रंग द्वारा।
- स्ट्रा या नली पर अंकित अंग्रेजी के कोड द्वारा।
*स्ट्रा या नली के रंग द्वारा सांड की नस्ल की पहचान*
केंद्र सरकार ने सांड वीर्य उत्पादन के बाद स्ट्रा की पहचान हेतु अलग-अलग नस्लों के लिए स्ट्रा के अलग-अलग रंग निर्धारित किए हैं जिन्हें देखकर सांड की नस्ल का पता लगाया जा सकता है;-
1.होल्सटीन फ्रीजियन (एच एफ) – गुलाबी रंग
2.एच एफ संकर (एच एफ क्रॉस ब्रीड)- पिस्ते जैसा हरा रंग
- जर्सी नस्ल- पीला रंग
- जर्सी क्रॉस ब्रीड- पीच अथवा आडू जैसा रंग
- देसी नस्ल – नारंगी रंग
- सुनंदिनी नस्ल- नीला रंग
- भैंस – स्लेटी रंग
- कभी-कभी उपरोक्त रंगों में से कोई भी रंग उपलब्ध ना होने पर वीर्य को पारदर्शी स्ट्रा में रखा जा सकता है।
*स्ट्रा या नली पर अंकित अंग्रेजी के कोड द्वारा*
वीर्य की स्ट्रा अथवा नली पर अंग्रेजी के अक्षरों में कुछ कोड छपे हुए होते हैं जिसमें सांड का नंबर, उसकी नस्ल इत्यादि की जानकारी होती है जिन्हें देखकर सांड की नस्ल का पता लगाया जा सकता हैः-
JY – जर्सी
HF – एच एफ
CB HF – एच एफ क्रास
CB JY – जर्सी क्रास
SUN – सुनंदिनी
SAH – साहीवाल
RS – लाल सिंधी
KANK – कांकरेज
GIR – गिर
THAR – थारपारकर
RATHI – राठी
HAR – हरियाणा
ONGL – अंगोल
DEONI – देवनी
DANGI – डांगी
AMHL – अमृतमहल
MBF – मुर्रा भैंस
SBF – सूरती भैंस
JBF – जाफराबादी भैंस
MSNB – मेहसाणा भैंस
NLRVB – नीली रावी भैंस
BBF – बन्नी भैंस
BDBF – भदावरी भैंस
PNPB – पंधारपुरी भैंस
उपरोक्त में बताए गए रंग एवं कोड के आधार पर पशुपालक भाई सांड की नस्ल पहचान सकते हैं । उदाहरण के तौर पर यदि किसी स्ट्रा का रंग नारंगी है और उस पर कोड SAH दर्ज है । नारंगी रंग से हमें यह पता चल गया कि यह निश्चित रूप से देसी नस्ल के सांड़ का वीर्य है और कोड SAH से हमें पता चल गया कि यह साहिवाल नस्ल के सांड का बीज है ।
*डॉ योगेश कुमार सोनी*
*वैज्ञानिक (पशु पुनरुत्पादन)*
*केंद्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान, मेरठ छावनी*