पशुओं के मुख्य संक्रामक रोग : लक्षण एवं रोकथाम
पशुपालकों के लिए पशुओं का बेहतर स्वास्थ्य ही जमापूंजी होती है। अगर पशु स्वस्थ रहेगा तो अच्छा दुग्ध उत्पादन होगा। लेकिन कभी-कभी पशुपालकों की लापरवाही या मौसम में होने वाले बदलावों के कारण पशुओं का स्वास्थ्य खराब होने लगता है। पशुओं में कई प्रकार के संक्रामक रोग पनपने लगते हैं। हालांकि इनमें से कुछ रोगों का उपचार अच्छे पोषण से और देसी दवाओं से हो जाता है। लेकिन कुछ संक्रामक रोगों का इलाज बेहद कठिन और मंहगा होता है। इसलिए जरूरी है कि रोग या संक्रमण के पनपने से पहले ही रोकथाम के उपाय कर ली जाए।
संक्रामकों की रोकथाम और उससे बचाव के लिए पशुओं को समय-समय पर टीकाकरण बेहद जरूरी है। पशुओं में प्रतिवर्ष निर्धारित समय पर रोगनिरोधी टीके लगाये जायें तो ये उनके सेहत के लिए बेहतर रहता है और दुग्ध उत्पादन में भी कोई समस्या नहीं होती। लेकिन सवाल यह है कि अगर किसी कारणवश पशुओं में स्वास्थ्य समस्यायें होने लगें, तो उनकी पहचान कैसे की जाए।
पशुओं के मुख्य संक्रामक रोग लक्षण एवं रोकथाम