वन हेल्थ -नो रेबीज

0
340
Rabies All For 1 : One Health for All
Rabies All For 1 : One Health for All

“वन हेल्थ नो रेबीज”

रेबीज़ एक घातक वायरल बीमारी है जो जानवरों और मनुष्यों दोनों को प्रभावित करती है, जो दुनिया भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा पैदा करती है। रेबीज एक विषाणु द्वारा होने वाला रोग है। यह “लैसा विषाणु” जिसका आकर गोली अथवा बुलेट स्वरूप होता है द्वारा होता है।

रेबीज संक्रमित जानवरों की लार के माध्यम से फैलता है, आमतौर पर काटने के माध्यम से। एक बार जब वायरस शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो यह नसों के माध्यम से मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी तक पहुंच जाता है, जिससे गंभीर न्यूरोलॉजिकल लक्षण होते हैं। रेबीज होने के पंचयात इसका कोई उपचार नही होता किन्तु सही समय पर यदि रेबीज के विरुद्ध टिका लगवा लिया जाए तो इस बीमारी से लड़ा जा सकता है। किसी जानवर द्वारा काटने पर रेबीज के पोस्ट बाईट टीके लगवाने चाहिये, जिसमे पहला टीका 0 दिन पर, दूसरा 3 रे दिन पर, तीसरा 7 वे दिन पर, चौथा 14 वे दिन पर एवं पाचवा 28 वे दिन पर।

रेबीज़ एक वैश्विक चिंता का विषय है, और इसका प्रभाव तत्काल पीड़ितों से कहीं अधिक तक फैला हुआ है। हर साल लाखों लोग और जानवर प्रभावित होते हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां स्वास्थ्य देखभाल और निवारक उपायों तक सीमित पहुंच होती है।
पिछले वर्ष 2022 में भारत में रेबीज से 307 मौतें हुईं। एक बार लक्षण प्रकट होने पर रेबीज लगभग हमेशा घातक होता है, जिससे रोकथाम और शीघ्र हस्तक्षेप महत्वपूर्ण हो जाता है।

वन हेल्थ दृष्टिकोण यह मानता है कि मानव स्वास्थ्य जानवरों और पर्यावरण के स्वास्थ्य के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है। “एक स्वास्थ्य, कोई रेबीज़ नहीं” वाली दुनिया को प्राप्त करने के लिए, कई प्रमुख कार्यो पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जैसे टीकाकरण कार्यक्रम, सार्वजनिक जागरूकता, स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच, रेबीज की नरंतर जांच एवं निगरानी, ​​​​अनुसंधान एवं नवाचार और पर्यावरण-स्वास्थ्य पहल। इन सभी कार्यो द्वारा एक दिन रेबीज द्वारा प्रभावित छेत्र पुनः सामान्य हो जायेगे एवेम रेबीज द्वारा होने वाली छति भी घट जाएगी।

READ MORE :  Rabies: All for 1, One Health for All

कई देशों ने वन हेल्थ दृष्टिकोण के माध्यम से रेबीज को खत्म करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। उदाहरण के लिए, फिलीपींस ने एक व्यापक कुत्ता टीकाकरण कार्यक्रम लागू किया है और पोस्ट-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस तक पहुंच में सुधार किया है, जिसके परिणामस्वरूप मानव रेबीज के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है।

इसके अलावा, वैश्विक रेबीज उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों, सरकारों, गैर सरकारी संगठनों और स्थानीय समुदायों के बीच सहयोग आवश्यक है। ज्ञान, संसाधन और विशेषज्ञता साझा करके, हम सामूहिक रूप से रेबीज मुक्त दुनिया की दिशा में काम कर सकते हैं।

“एक स्वास्थ्य” दृष्टिकोण एक समग्र रणनीति है जो मानव, पशु और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के अंतर्संबंध पर जोर देती है। वन हेल्थ ढांचे को अपनाकर, हम रेबीज को खत्म करने और हमारे ग्रह पर सभी प्रजातियों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। रेबीज़ एक घातक और रोकथाम योग्य बीमारी है। वन हेल्थ दृष्टिकोण सभी जीवित प्राणियों और उनके पर्यावरण के अंतर्संबंध को पहचानकर रेबीज को खत्म करने के लिए एक व्यापक रणनीति प्रदान करता है। टीकाकरण कार्यक्रमों को लागू करके, सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाकर, स्वास्थ्य देखभाल पहुंच में सुधार करके और सहयोग को बढ़ावा देकर, हम “एक स्वास्थ्य, कोई रेबीज नहीं” के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं और सभी के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं। इस दृष्टिकोण को वास्तविकता बनाने के लिए मिलकर काम करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

-Dr Shashank Vishvakarma

-Dr Ranbir Singh Jatav
-Dr Pankaj Umar

एक स्वास्थ्य पहल / वन हेल्थ के अंतर्गत  पशुजन्य रोगों के नियंत्रण मैं पशु चिकित्सा विदो की भूमिका

Please follow and like us:
Follow by Email
Twitter

Visit Us
Follow Me
YOUTUBE

YOUTUBE
PINTEREST
LINKEDIN

Share
INSTAGRAM
SOCIALICON