केज सिस्टम में मुर्गियों में कृत्रिम गर्भाधान (ए आई)

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केज सिस्टम में मुर्गियों में कृत्रिम गर्भाधान (ए आई)

जैसे कि आप सभी को ज्ञात है कि ब्रायलर /लेयर चूजे प्राप्त  करने के लिए पैरेंन्ट बर्ड (ब्रीडर) में कृत्रिम गर्भाधान किया जाता है।

कृत्रिम गर्भाधान से प्राप्त अंडे को हैचिंग अंडे कहते हैं  जो 21 दिन के बाद हैचरी से चूजे बनते हैं।

आइऐ जानते हैं कृत्रिम गर्भाधान की प्रकिया:-

आमतौर पर कैज सिस्टम शेड में मुर्गियों की संख्या के 10 से 12% मेल की संख्या होती है ।

सीमेन के लिये मेल (नर) का चयन और तैयारी –

1)   24 सप्ताह के लगभग (ब्रीडर मेल बर्ड) नर पूरी तरह परिपक्व हो जाता है।

2)  शरीर का बाहरी भाग पूरी तरह से पखों से ढंक जाता है कलगी और वॉटल्स लाल रंग के हो जाते हैं।

3)  सामान्यतः नर को बीच की लाइन में रखा जाता है ।

4)  इस अवस्था में पूरी तरह से खडे होने वाले नर का चयन करना बाकी  कमजोर और लंगडे नर को अलग करना चाहिए ।

5)  मेल परिपक्व होने के बाद वेन्ट भाग के पंख को कैंची से काट दिया जाता है। जिससे सीमेन में गदंगी न पहुँच पाए। ऐसा हर 15–20 सप्ताह बाद कर सकते हैं।

6)  शुरू आती कुछ दिन नर को अंगुठा और तर्जनी उंगली की मदद से वेन्ट मसाज की जाती है, जिससे आगे सीमेन एकत्रित करने में आसानी होती है।

AI प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाले उपकरण एवं सामग्री

  1. AI गन (सिंरिंज, टिप)
  2. फनल (सीमेंन कलेक्टिंग कप )
  3. सूती कपडा,रबड.
  4. एप्रोन
  5. केप, दस्ताना, मास्क ।

ऊपर दिये गये उपकरण को हर बार इस्तेमाल से पहले ओटोक्लेव, हॉट एअर ओवन की मदद् से संक्रमण रहित करते हैं।

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कृत्रिम गर्भाधान की विधि

    AI करने के लिए दोपहर के बाद का समय चुना जाता है क्योंकि इस समय वर्ड अंण्डे कम देता है।

सीमेन कलेक्शन

 

1)  सबसे पहले नर को एक हाथ से दोनों पैर पकड कर पिंजरे से बाहर निकालना है और दूसरे हाथ से वेन्ट के दोनों तरफ अंगुठा और तर्जनी उंगली की मदद से दबाते हैं और दुसरे व्यक्ति द्वारा सीमेन को कप में एकत्रित कर लिया जाता है।

2)  कप के निचले भाग पे सूती कपडा रबड से लपेटा जाता है ताकि उंगली के माध्यम से सीमेन में व्यक्ति के शरीर का तापमान न पहुंच पाए।

3) सामान्यत: 1 नर से एक बार में 0.5-1 मि.ली. सीमेन प्राप्त होता है।

4) एक बार में 2 या 4 नर का सीमेन एकत्रित करते हैं ।  

मादा में ए आई की विधि

1)  सबसे पहले मादा को एक हाथ से दोनों पैर पकड के पिंजरे से बाहर निकालना है इसके बाद वेन्ट के ऊपरी भाग (होंठ) पर उंगली रखते हैं और वेन्ट के निचले भाग (निचले होंठ) पर अंगुठा लगाकर अंदर की तरफ धीरे से दबाते हैं और कप में से 0.05-0.1 मि.ली. सीमेंन AI गन में लोड करते हैं और जैसे ही वायां छिद्र दिखता है सीमेंन को लगभग 1 इंच अंदर छोड देते हैं।

2)  एक कप (4 नर) सीमेंन से लगभग 20 से 30 मादा को ए आई किया जा सकता है।

3)  AI सप्ताह में एक बार करने से भी हैचिंग अण्डा मिलता है। लेकिन और बेहतर हैचेबिलिटी के लिए प्रति मादा को दो दिन बाद करना अच्छा विकल्प है।

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अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ

  • एक टिप से एक पक्षी को ही ए आई करना चाहिए अन्यथा एक पक्षी का सक्रंमण दूसरे पक्षी में जा सकता है।
  • ए आई उपकरण इस्तेमाल करने के बाद हर बार कीटाणुषोधन (डिसइनफेक्शन) जरूर करना चाहिए।
  • कृत्रिम गर्भाधान कि प्रक्रिया 5 मिनिट में (1 कप सीमेंन) समाप्त होना चाहिए। अन्यथा बाहर के तापमान में शुक्राणु की चाल कम हो जाती है या मर सकते हैं।
  • बेहतर सीमेन गुणवत्ता के लिए प्रति नर से प्रति दूसरे दिन सीमेन प्राप्त करना अच्छा विकल्प है।
  • बढिया गुणवत्ता का सीमेन दुधिया रंग का होता है, जो पंख, गदंगी और खून रहित होता है।

 

Dr. AMIT BHADAURIA

Production Specialist (Breeder)

MPWPCL,Jamani Itarsi (M.P.)

 

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