This is the Fourth post in this series –
1.पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय रीवा की स्थापना वर्ष 2007 में हुई थी।
2. जिसमें 109 तकनीकी पद एवं रुपए 42 करोड़ का बजट अधोसंरचना निर्माण हेतु राज्य शासन के मद से स्वीकृत हुआ था।
3. परंतु 2015 तक ना ही भारतीय पशु चिकित्सा परिषद M.S.V.E. 2008 के अनुसार पदों की नियुक्ति हुई थी ना ही पूर्ण अधोसंरचना का विकास किया गया था।
4. वर्ष 2015 में भारतीय पशु चिकित्सा परिषद द्वारा मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि पशुपालन महाविद्यालय रीवा के लिए पदों की शेष भर्ती एवं अधोसंरचना के शेष कार्य हेतु बजट आवंटन तत्काल किया जाए। उसके बाद ही कॉलेज को मान्यता प्रदान की जाएगी।
इस बात को मध्यप्रदेश शासन द्वारा मान लिया गया एवं संपूर्ण कार्यवाही प्रारंभ की गई उसके बाद भारतीय पशु चिकित्सा
परिषद द्वारा कॉलेज को first schedule में सम्मिलित किया गया।
1.College of Veterinary Science Rewa was established in 2007 under JNKVV.
2. 109 technical posts were sanctioned and approval of Rs 42.00 crore was allocated for Infrastructure development of college by Government of MP.
3. But neither the post were filled nor the Infrastructure development was started till Year 2015 which resulted in non recognition of this college.
4. Veterinary Council of India to commitment from the then Chief Secretary Government of MP to fulfill the post and Infrastructure development of the college, after this the development of college started and the college was been granted recognition.