पशुपालन के विकास के लिए पशु चिकित्सा सेवा नियमावली संसोधन के प्रस्ताव पर मंत्री ने किया अनुमोदन
पशु चिकित्सा सेवा संघ ने विभागीय मंत्री बादल पत्र लेख के साथ राज्य सरकार का आभार प्रकट किया।
संघ ने माननीय मंत्री से पशुचिकिसको का सेवानिवृत उम्र मानव चिकित्सकों की भाती 60 वर्ष से बढाकर 65 वर्ष करने की मांग रखी!
आज दिनांक 1 मार्च 2024 को राज्य के माननीय पशुपालन मंत्री श्री बादल पत्र लेख के द्वारा पशु चिकित्सा सेवा में नियमावली संशोधन के प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया। इस प्रस्ताव के तहत मानव चिकितसको के At Par (equivalent) पशुचिकित्सको का सेवा नियमावली मे निदेशक प्रमुख का पद गैरसमवर्गीय, प्रोन्नती का चार पद सोपन का प्रावधान है।
इस विषय पर पशु चिकित्सा सेवा संघ ने माननीय विभागीय मंत्री से मिलकर पशु चिकित्सकों के प्रति माननीय मंत्री जी के सकारात्मक रूप के लिए उनका आभार प्रकट किया है साथ ही वर्तमान राज्य सरकार के द्वारा अपने कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए संवेदनशील सोच के साथ लगातार किए जा रहे कार्यों के लिए भी आभार प्रकट किया।
इस विषय पर बात करते हुए संगठन के अध्यक्ष डॉक्टर सैमसंन संजय टोप्पो ने कहा कि सबसे पहले हम पूर्व मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन, वर्तमान माननीय मुख्यमंत्री श्री चंपाई सोरेन एवं उनके माननीय मंत्रियों तथा सचिव अबूबक्कर सिद्दकी निदेशक आदित्य रंजन का झारखण्ड पशुचिकित्सा सेवा संघ की ओर से आभार प्रकट करते हैं हम सभी सदैव आपके ऋणी रहेंगे.
उन्होंने साथ ही झारखंड ऑफिसर टीचर्स एंड एम्पलाइज फेडरेशन का भी आभार प्रकट किया जिसने इस विषय का समाधान के लिए लगातार सहयोग किया है।
संगठन के महामंत्री डॉ शिवानंद काशी ने अवगत कराया की वर्तमान मे पशुचिकित्सको के लिए मात्र दो पदसोपान है औऱ प्रोन्नती का मात्र 9% है 775 स्वीकृत बल के विरुद्ध जिससे अधिकांश पशुचिकित्सक अपने मूल पद से ही सेवानिवृत हो रहे हैं जो नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध है! अन्य राज्य यथा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश केरल, कर्नाटका, हरयाणा, पंजाब , आसाम मे निदेशक समवर्गीय औऱ पशुचिकित्सको का पांच पदसोपान के साथ 50% प्रोन्नत पद है.
संघ द्वारा माननीय मंत्री जी को अवगत कराया गया था की आपके द्वारा सार्वजानिक मंच से पशुचिकिसको का सेवानिवृत उम्र मानव चिकित्सकों की भाती 60 वर्ष से बढाकर 65 वर्ष करना एवं पशुपालन निदेशालय एवं अधीनस्थ कार्यालय का पुनर्गठन कर झारखण्ड पशुपालन सेवा संवर्ग की सेवा नियमावली मे संशोधन करने का सकारात्मक घोषना की गई है परन्तु 4 माह बाद भी संचिका मे अनुमोदन नहीं प्राप्त किया गया है जिससे छेत्र के पशुचिकित्सक आप की सरकार की ओर आशाभरी निगाहो से देख रहे है की अब पशुचिकित्सको के भाग खुलने वाले हैँ । संघ ने यह भी अवगत कराया की पशुचिकित्सको को MACP औऱ प्रोन्नती जैसे ससमय मिलने वाले लाभ भी कई वर्षों से लंबित हैँ जिससे उनमे निराशा औऱ रोष भी है!सभी बातों को सुनने के बाद संघ के मांग को माननीय मंत्री ने नयायोचित कहा औऱ आज restructuring की संचिका को निदेशक प्रमुख का पद को गैरसैमवर्गीय करते हुए प्रोन्नती का चार पद सोपान को अनुमोदित कर दिया, संघ ने माननीय मंत्री जी का तहेदिल से आभार प्रकट किया औऱ आश्वास्त किया की हमारे पशुचिकित्सक सदैव आपके ऋणी रहेंगे औऱ सरकार की सभी महत्वकांक्षी योजनाओं को धरातल पर योग्य लाभुकों तक पहुंचाकर उनके आर्थिक सामाजिक स्तर को बढ़ाने मे सकारात्मक सहयोग की भावना से कार्य करेंगे.
अभिनन्दन एवं आभार प्रकट करने के लिए JHAROTEF/NMOPS के प्रदेश अध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह भी पशुचिकत्साको की खुशी मे सम्मिलित हुए संघीय प्रतिनिधिमण्डल मे अध्यक्ष डॉ सेमसन संजय टोप्पो, महामंत्री, डॉ शिवानंद कांशी,जिला पशुपालन पदाधिकारी खूंटी, डॉ तेरेसा तिर्की, डॉ जय तिवारी, डॉ स्नेहलता, डॉ स्वेता कुमारी, डॉ श्रद्धा, डॉ गीतांजलि, डॉ अमित,डॉ पंकज, डॉ जोंसन भेंगरा, डॉ ललित गगराई,डॉ समीर सहाय, डॉ अनिल लुगुण, अंकेक्षक डॉ नविन आर्या वित्तमंत्री डॉ विनय डॉ प्रतिमा कुमारी डॉ मनोज राम, डॉ हरेलाल महतो, डॉ अम्बुज महतो,, डॉ गणेश महली, डॉ ललन वैध, डॉ अरुण महतो शामिल थे!
डॉ शिवानंद कांशी
महामंत्री
झारखण्ड पशुचिकित्सा सेवा संघ
प्रांतीय मीडिया प्रभारी
JHAROTEF/NMOPS