डॉ संजीव कुमार वर्मा
प्रधान वैज्ञानिक (पशु पोषण)
किसी भी डेरी की सफलता के लिए आवश्यक है कि उसमें अच्छी दुधारू गायें हों। दुधारू गायें बाजार से खरीदकर लाने से बेहतर है अपनी खुद की दुधारू गाय तैयार की जाए।
आपके फार्म पर जो बछिया मौजूद है अगर आप उसकी सही देखभाल करेंगे, उसे सही मात्रा में पोषण उपलब्ध कराएंगे तो बड़ी होकर वही बेहतरीन दुधारू गाय बनेगी।
पैदा होने वाली बछिया अच्छी दुधारू गाय बनेगी या नहीं इसकी नींव उसके पैदा होने से भी पहले पड़ जाती है। इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है गर्भाधान। उस बछिया को पैदा करवाने के लिए गाय का गर्भाधान जिस वीर्य से कराया गया है उसी के अनुरूप आनुवंशिक गुणों वाली बछिया पैदा होगी। अगर अच्छी पेडिग्री के सांड के वीर्य से गर्भाधान करवाया गया है तो पैदा होने वाली बछिया भी निश्चित रूप से उत्तम गुणवत्ता की होगी
दूसरा महत्वपूर्ण बिंदु है कि गर्भकाल के दौरान गाय को अगर समुचित पोषण उपलब्ध करवाया गया है तो पैदा होने वाली बछिया का देहभार आशा के अनुरूप होगा और वह कालांतर में अच्छी दुधारू गाय के रूप में विकसित होगी। कम देहभार वाली बछिया भविष्य में अच्छी दुधारू गाय नहीं बन सकगी।
तीसरा महत्वपूर्ण बिंदु है पैदा होने के बाद नवजात बछिया का पोषण अगर सही से हुआ है तो वह निश्चित रूप से अच्छी दुधारू गाय बनेगी।
चौथा महत्वपूर्ण बिंदु है बढ़वार के दौरान उस बछिया को सन्तुलित पोषण उपलब्ध कराया जाना। अगर बछिया को सभी पोषक तत्व उसकी आवश्यकता के अनुरूप दिए जाएंगे तो उसकी दैनिक बढ़वार संतोषजनक होगी और वह नियत समय तक उतना देहभार ग्रहण कर लेगी जितना उसके गर्भाधान के लिए आवश्यक है। इसके बाद समय पर ऋतुमयी होकर गर्भधारण करेगी और एक बेहतरीन दुधारू गाय बनेगी।
आने वाली पोस्ट्स में इन्ही सब बिंदुओं पर चर्चा जारी रहेगी…
क्रमशः