बरसीम -रबी के मौसम में उगाई जाने वाली प्रमुख दलहनी फसल
बरसीम रबी के मौसम में उगाई जाने वाली उत्तर भारत की प्रमुख बहु कटान वाली दलहनी चारा फसल है।
उन्नतशील प्रजातियां:
मिस्कावी, वरदान, बी.एल.-1, 10, जे.बी.-1, 2, 3, बुन्देल बरसीम-2, 3
बुआई का उचित समय:
अक्टूबर के द्वितीय सप्ताह में तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस होने पर
- 25 से 28 किग्रा प्रति हेक्टेयर
- बीच को राइजोबियम कल्चर से उपचारित करें
- कासनी के बीज की मिलावट दूर करने के लिए बीजों को 10 प्रतिशत नमक के घोल मन डुबोएं। कासनी के बीज ऊपर आ जाएंगे जिनको छानकर बाहर किया जा सकता है।
खाद व उर्वरक की मात्रा:
- बुआई से पहले 12 से 18 टन गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट
- 20:60:30 NPK
सिंचाई:
अक्टूबर से फरवरी के मध्य 12-16 दिन में सिंचाई करें और मार्च से अप्रैल के मध्य 8-12 दिनों के अंतर पर सिंचाई करें
*चारा कटाई: *
- प्रथम कटाई 50 से 55 दिन बाद तत्पश्चात 25 से 30 दिन बाद
चारा उपज:
700 से 800 कुंतल चारा प्रति हेक्टेयर
अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें
डॉ संजीव कुमार वर्मा
प्रधान वैज्ञानिक (पशु पोषण)
भाकृअनुप – केंद्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान, मेरठ छावनी
9933221103