देश में बर्ड फ्लू की दस्तक :केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी, आम जनता अफवाहों से बचे, घबराने की जरूरत नहीं, देश का मुर्गी व्यवसाय सुरक्षित

0
266

देश में बर्ड फ्लू की दस्तक :केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी, आम जनता अफवाहों से बचे, घबराने की जरूरत नहीं, देश का मुर्गी व्यवसाय सुरक्षित

 

पशुधन प्रहरी नेटवर्क ,6 जनवरी 2021

देश के कई राज्‍यों में बर्ड फ्लू का कहर देखने को मिल रहा है, जिससे निपटने के लिए केंद्र सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल में बर्ड ब्लू के प्रकोप की रिपोर्ट मिलने के बाद इस पर नियंत्रण को लेकर केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को एडवायरी जारी की गई है, जिसमें पक्षियों के इस रोग से निपटने के लिए बनाई गई राष्ट्रीय कार्ययोजना को अमल में लाने को कहा गया है। यह जानकारी केंद्रीय पशुपालन, मत्स्यपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से बुधवार को दी गई।

मंत्रालय ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत आने वाले भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) से नमूनों की पुष्टि होने के बाद चार राज्यों में 12 जगहों पर बर्ड फ्लू यानी एवियन एन्फ्लूएंजा (एआई) की रिपोर्ट आई है।

इनमें राजस्थान में बारां, कोटा और झालावार में कौव्वों में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है। वहीं, मध्यप्रदेश के मंदसौर, इंदौर और मालवा में भी कौव्वों में ही बल्र्ड फ्लू की रिपोर्ट है। जबकि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में प्रवासी पक्षियों में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है। दक्षिण भारत स्थित केरल के कोट्टायम और आलापुझा में चार जगहों पर पोल्ट्री डक यानी घरेलू बत्तख में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है।

मंत्रालय ने बताया कि राजस्थान और मध्यप्रदेश को एक जनवरी 2021 को ही एडवायजरी जारी की गई थी और दोनों राज्यों में नेशनल एक्शन प्लान ऑफ एवियन इन्फ्लूएंजा के अनुसार रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं। इसके बाद पांच जनवरी 2021 को हिमाचल प्रदेश को पोल्ट्री में इसका प्रसार रोकने को लेकर एडवायजरी जारी की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, केरल में पांच जनवरी से रोकथाम के उपायों को अमल में लाया जा रहा है जिसके तहत पक्षियों को मारने का काम जारी है।

READ MORE :  समस्त महाजन द्वारा गौशाला स्वाबलंबन प्रशिक्षण शिविर सितंबर में गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने के अभियान चलाना बहुत जरूरी है: गिरीश जे. शाह

केंद्र सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग ने भी यहां एक नियंत्रण कक्ष बनाया है जिसमें रोजाना आधार पर प्रदेशों से बर्ड फ्लू की स्थिति और किए जा रहे रोकथाम के उपायों का जायजा लिया जा रहा है।

मंत्रालय की ओर से एक बात और स्पष्ट की गई है कि संदूषित पोल्ट्री उत्पाद खाने से मानव में एआई वायरस के संचरित होने का कोई सीधा प्रमाण नहीं है। हालांकि सफाई व स्वच्छता बनाए रखना और रसोई बनाने व प्रसंस्करण के मानक एआई वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए प्रभावकारी है।

विदित हो कि बर्ड फ्लू, मुर्गियों में होने वाली एक आम बीमारी है जो की मुर्गियों को प्रभावित करती है। आज तक भारत में एक भी आदमी को,मुर्गी के अंडा तथा मांस खाने से इस रोग से संक्रमण की पुष्टि नहीं हो पाई है। अतः इस रोग से घबराने की जरूरत नहीं है। भारत में मुर्गी पालन उद्योग बहुत ही विकसित है तथा मुर्गी पालन वैज्ञानिक तरीके से की जाती है तथा यहां पर साफ सफाई का अधिक ख्याल रखा जाता है। अपने देश का मुर्गी पालन उद्योग विकसित देशों की तुलना में किसी भी मामले में पीछे नहीं है। मुर्गी पालन अपने मुर्गी फार्म में विशेष ध्यान रखते हैं साफ सफाई का तथा बहुत अच्छी तरीका से बायोसिक्योरिटी मेंटेन करते हैं ।सरकार ने भी इसके लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। अतः आम जनता से अपील की जाती है कि आप सोशल मीडिया में फैल रहे अफवाहों पर ध्यान ना दें। अपने देश का चिकन तथा अंडा पूर्ण रूप से सुरक्षित है।

Please follow and like us:
Follow by Email
Twitter

Visit Us
Follow Me
YOUTUBE

YOUTUBE
PINTEREST
LINKEDIN

Share
INSTAGRAM
SOCIALICON