*परिचय*– आमतौर पर पशुओं के अंडाशय (अंडे बनाने वाला अंग) पर दो प्रकार की गांठ हो सकती है। फॉलिक्युलर गांठ या ल्युटियल गांठ। दोनों ही बिलकुल अलग प्रकार की होती हैं व् इलाज भी भिन्न ही होता है।
*फॉलिक्युलर गांठ के लक्षण*:
• समय से पूर्व गर्मी में आना (३-१५ दिन के अंतराल में मदकाल)
• दूसरे पशुओं में चढ़ना
• योनि द्वार से तरल पदार्थ का रिसाव
• पूंछ को थोड़ा ऊपर की और उठा कर चलना
• यह आमतौर पर संकर नस्ल की अधिक दूध देने वाली गायों में होती है
*ल्युटियल गांठ के लक्षण*:
• गर्मी में न आना
• योनि द्वार से गंदगी/मवाद का आना
• या फिर कोई भी लक्षण न दिखाना और गर्भित न होना
*निवारण*
• पशु चिकित्सक द्वारा उचित जांच व परामर्श लें।
• फॉलिक्युलर गांठ के लिए GnRH/hCG
• ल्युटियल गांठ के लिए प्रोस्टाग्लैंडीन
*अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें*:
*डॉ मेघा पांडे*,वैज्ञानिक (पशु पुनरुत्पादन)
भाकृअनुप – केंद्रीय गोवंश अनुसन्धान संस्थान
मेरठ छावनी- 250001 (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल: 9410971314