लुवास के डॉ प्रीती लखानी राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में सम्मानित

0
474

लुवास के डॉ प्रीती लखानी राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में सम्मानित

प्रैस नोट

लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट वेटरनरी फिजियोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रीति लखानी ने ‘बायोटेक्नोलॉजी के उभरते क्षेत्रों’ की राष्ट्रीय कांफ्रेंस में भाग लिया।

“श्रेणी स्टेम सेल और पुनर्योजी चिकित्सा के तहत विकासात्मक शरीर रचना विज्ञान और वैज्ञानिक अनुप्रयोग अध्ययन के लिए एक सरोगेट मॉडल के रूप में उन्होंने सबसे लोकप्रिय पोस्टर प्रस्तुत किया और उसके लिए उन्हें कांफ्रेंस द्वारा सम्मानित किया गया।

इंस्टिट्यूट ऑफ जैव-प्रौद्योगिकी एंड एप्लाइड बायोटेक्नोलॉजी कर्नाटक इनोवेशन तथा बायोटेक्निकल ग्रुप द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। यह कांफ्रेंस ऑनलाइन मोड के माध्यम से आयोजित की गयी थी।

लगभग 5000 प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। जहाँ उन्होंने ‘ऑर्गेनोइड’ का वेटरनरी फील्ड के उपयोग पर पोस्टर प्रस्तुत किया। ओर्गानोईड तकनीक वैज्ञानिक अनुप्रयोग और अनुसंधान उद्देश्यों को परिभाषित करने के लिए 3डी लघु संरचना विकसित करने की एक विधि है। इस तकनीक को विश्व-प्रतिष्ठित नेचर प्रकाशन द्वारा वर्ष 2017 की मेडिकल क्षेत्र में उभरती तकनीक के रूप में चिन्हित किया गया है ओर्गानोईड किसी भी अंग का लघु रूप होता है जिसका इस्तेमाल अंग में आये विकार को ठीक करने या अंग सम्बन्धित अनुसंधान में किया जाता है, ये अंगों को छोटे प्रारूप में खुद ही विकसित करने की तकनीक है।  

Please follow and like us:
Follow by Email
Twitter

Visit Us
Follow Me
YOUTUBE

YOUTUBE
PINTEREST
LINKEDIN

Share
INSTAGRAM
SOCIALICON
READ MORE :  गौसेवा अभियान में धर्मगुरुओं द्वारा गौकथा वाचन का लोगों पर चमत्कारिक असर पड़ता है : गिरीश जयंतीलाल शाह .