इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन 1 तथा इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन 2 का हकीकत तथा सचाई

0
517

इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन 1 तथा इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन 2 का हकीकत तथा सचाई

आगामी वेटरनरी काउंसिल आफ इंडिया 2020 के चुनाव के प्रचार हेतु सोशल मीडिया पर चल रहे इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन 1 तथा इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन 2 के विश्वसनीयता के संबंध में वाद विवाद पर डॉ उमेश चंद्र शर्मा ,प्रेसिडेंट इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन द्वारा निम्न तथ्यों के साथ सफाई दी गई।

देश के सम्मानित पशु चिकित्सकों को सादर नमस्कार,

विगत कुछ दिनों से इंडियन वेटरिनरी एसोसिएशन प्रथम एवं इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन द्वितीय को लेकर तुलनात्मक चार्ट सोशल मीडिया पर गलत तथ्यों के आधार पर कतिपय व्यक्तियों द्वारा प्रसारित किया जा रहा है।

देश के समस्त पशु चिकत्सको में इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है ।इसलिए मेरा यह नैतिक दायित्व है कि इस संबंध में तथ्यों के साथ अपनी बात समस्त देश के पशु चिकित्सकों के बीच प्रस्तुत करूं।

इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन 96/ 1967 सर्वप्रथम ,चेन्नई में 18 मई 1967 को रजिस्टर की गई थी।

इसके अंतिम पदाधिकारी डॉ आर एस शर्मा अध्यक्ष, महासचिव डॉ धर्मेंद्र सिन्हा, एवं कोषाध्यक्ष डॉ पीके कुलश्रेष्ठ थे।

IVA का मुख्यालय दिल्ली में था,अतः IVA का रेजिस्ट्रेशन दिल्ली में होना सही था। चुकी, registration एक्ट राज्य सरकारों के होते है और एक राज्य से दूसरे राज्य में पंजीयन का transfer संभव नही होने से तत्कालीन समिति द्वारा कृषि मंत्रालय एवं अन्य समन्धित विभागों से NOC लेकर , नई दिल्ली में reg क्रमांक S।2093 / 2019 से नवीन पंजीयन कराया । और साथ ही डॉ आर एस शर्मा द्वारा IVA की धारा 9 के अनुसार बाइलॉज में सम्मिलित धारा 5, 6, 7 के समस्त सदस्यों की साधारण सभा की बैठक में दिनांक 8 सितंबर 2019 को भोपाल में बुलाई।

READ MORE :  VCI Election-2024- National Panel fights for a corruption-free VCI

बैठक में विधिवत इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन 96/1967को disolve करते हुए नया रजिस्ट्रेशन नंबर जो दिल्ली,NCT द्वारा indian veterinary ASSOCIATION के पंजीयन प्राप्त हुआ था। उसको उपयोग करने का निर्णय लिया गया ।

इस निर्णय पर रजिस्ट्रार फर्म्स सोसाइटी, चेन्नई को पंजीयन निरस्त करने हेतु लेख किया गया। फर्म सोसाइटी चेन्नई द्वारा पंजीयन 96/1967 निरस्ती की कार्यवाही प्रचलन में है।

इसी दौरान डॉक्टर चिरंतन कादियान द्वारा “पशु चिकित्सा महासंघ “हरियाणा के नाम से पंचकुला ,हरियाणा में सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के अंतर्गत 2018 में रजिस्टर्ड एक संस्था रेजिस्ट्रेड कराई व स्वयं को अध्यक्ष घोषित कर लिया।हास्यास्पद यह है ,कि “पशुचिकित्सा महासंघ” के अध्यक्ष डॉ कादियान अपनी बैठक में किसी दूसरी संस्था (IVA) के अध्यक्ष के बन जाते है और IVA का LOGO व रजिस्ट्रेशन नंबर ,लेटर हेड पर उपयोग करने लगते है ।

उल्लेखनीय है कि,डॉ कादियान या उनकी कोई संस्था कभी भी IVA की सदस्य नही रही है। न तो,डॉ कादियान के पास IVA का रजिस्टर्ड (Stamped) byelaws है ना कोई अन्य legal document , न ही IVA का कोई बैंक खाता (जो खाते forgery से IVA के नाम से उन्होंने खोले उन्हें banks ने freez कर दिए है)

डॉ आर एस शर्मा द्वारा एव अध्यक्ष बनाने के उपरांत मेरे द्वारा डॉ कादियान के उपरोक्त कृत्यों पर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। फर्म्स सोसाइटी चेन्नई द्वारा enquiry setup कर दी गयी है। इसके अतिरिक्त अन्य वैधानिक कार्यवाहियां डॉ कादियान के विरूद्ध प्रारम्भ है।

आशय है कि IVA एक ही है इसका पंजीयन चेन्नई से निरस्त करवा कर मुख्यालय नई दिल्ली (स2093/2019) में कर लिया गया है । अतः अनुरोध है किसी भ्रम में न पड़े आपका प्यार IVA को सदैव मिलता रहेगा । अनुरोध है , मैंने समस्त तथ्य आपके समक्ष रखे है ।
धन्यवाद

READ MORE :  Veterinary Council of India (VCI) clarifies Stand on Veterinary Science NOT being an ‘Allied Science’ of Agricultural Science

डॉक्टर उमेश चंद्र शर्मा ,प्रेसिडेंट इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन

https://dahd.nic.in/sites/default/filess/Results%20of%20VCI%20ELECTION%202020.pdf

Please follow and like us:
Follow by Email
Twitter

Visit Us
Follow Me
YOUTUBE

YOUTUBE
PINTEREST
LINKEDIN

Share
INSTAGRAM
SOCIALICON