हमारी देसी स्पोटी
ये है स्पोटी
हमारी गली की कुतिया
और उस के आठ बच्चे
छह लडकियां दो लडके ….
आई थी स्पोटी
कुछ महीने पहले
तलाश में
रोटी मिले ….
रूही मेरी पत्नी ने
कुछ रोटी दी
थोड़ा दूध पिलाया
पप्पी हमारे पहले देसी कुत्ते का
पेडिग्री भी खिलाया…..
तभी से स्पोटी का भी
घर हो गया हमारा
रहनें लगी वो अब यहीं
हमारे गमलों में ही कहीं….
नजर नीची पूंछ हिलाती
देखते ही कुं कुं करती
मिल गई परिवार में ऐसे
हमेशा रहती यहीं जैसे….
एक दिन अचानक स्पोटी को
हमें देख बड़ा गुस्सा आया
लगी भोंकने हम तीनों पर
क्यों समझ ना आया …..
तभी एक बच्चे सी
आवाज आई
गमलों के पीछे से देखा तो
दिल भर आया
आठ छोटे छोटे स्पोटीयों
को रूबरू पाया …….
स्पोटी से नज़रें मिली तो
भों भों कर पूंछ हिलाई
उसके बच्चों को
खतरा नहीं हम से
दो दिन में वो समझ पाई……
पूरा दिन निकलता स्पोटी
को खिलाने पिलाने में
कभी दूध,कभी पेडिग्री
कभी दलिया,कभी हलवा
चलता रहा रोज
जापे का सिलसिला …….
एक दिन बच्चो ने आंख खोली
लड़खड़ाते हुए बाहर निकले
मुझे और रूही को देख
भाग के आते खेलने के लिए …..
सारे के सारे हूबहू स्पोटी से
कोई थोड़ा ज्यादा काला
कोई थोड़ा ज्यादा श्वेत लगे
पहचाने जाने लगे अब सब
अपने अनोखे स्वरूप से …..
Adoption के लिए हैं अब तैयार
सम्पर्क करिए मुझे आप
देने को इन्हें ढेर सारा प्यार….
कर्नल(रिटायर्ड) राजीव दहिया
मो०नंबर-9650937021
वैशाली नगर,जयपुर में
रहते हैं हम सब एक साथ….