राशन को पूरी रात भिगोकर देने से होने वाले नुकसान
सवीन भूंगरा ,पशुधन विशेषज्ञ हरियाणा
1. पूरी रात भिगोने से दाने में फंगल बन जाता हैं।
2 . फंगल बढ़ने से रूमन के मैक्रोग्निज्म की संख्या को कम कर देते हैं।
3. जब लगातार आप यह प्रक्रिया करते रहते हैं । तो पशु के चारे को पचाने वालेजीवाणुओ के कम होने से वह चारा या फीड सड़ने लगती हैं।
4.रूमन में चारा या फीड के सड़ने से रूमन में बबल बन जाते हैं। जिसके कारण रूमन की गैस बाहर निकलने में दिक्कतें होती हैं ।
5. रूमन की गैस बाहर न निकलने से ऐसोडोसिस होने के चांस ज्यादा है।
6. राशन को पूरी रात भिगोने से रूमन में पानी की मात्रा ज्यादा हो जाती हैं और DMI कम हो जाता हैं । dmi कम होने से दूध कम होने के चांस बढ़ जाते हैं।
7. सभी चारे या फीड को पचाने के लिए अलग अलग बैक्ट्रिया होते हैं ।
8 लगातार दाने को भिगोकर खिलाने से कुछ बैक्ट्रिया की संख्या बढ़ जाती है।
9. जिसके कारण दूसरे अनाजो को पचाने वाले बैक्ट्रिया की संख्या कम होने से उसका न्यूट्रिशन पूरा नही होता हैं।
10. लगातार भगोकर खिलाने से एनेस्टर्स ( हिट सिम्टम्स) की प्रॉब्लम सामने आने लगती है।
11. BCS भी कम होता हैं
12. रिपीट प्रॉब्लम भी सामने आती है।
13. ऐसोडोसिस होने से लमिन्स की भी प्रॉब्लम आ जाती हैं।
14. रूमन ऐसोडोसिस , लमिन्स, होने से मेस्टैटिस होना लगभग तय हो जाता है।
15. ये सभी प्रॉब्लम इसलिए होती हैं क्योंकि एनिमल की टॉक्सिसिटी की मात्रा 20Pp m होती हैं।
यह टॉक्सिन पूरी रात या ज्यादा भिगोने से ही बनता हैं।
16. सबसे बड़ा एग्जाम्पल हैं
आप रोटी को भगोकर रख दो और उसे 4 घंटे के बाद खाना जब वह पेट मे गैस बना देता हैं सेम टॉपिक न. 4 में लिखा हुआ है।
17. और बहुत सारे कारण होते हैं क्योंकि पशु रुमिनेट होता हैं और उसके फीड व चारे को लाखों ,करोड़ो बैक्ट्रिया पचाते हैं । अगर बैक्ट्रिया को कोई प्रॉब्लम होती हैं तो पशु को कोई न कोई बीमारी या उसकी मर्त्तु भी हो जाती हैं