आसान तरीको से डॉग को ट्रेनिंग कैसे दे?
जब भी हम कोई नस्ल पालते है तो एक अच्छे डॉग ऑनर होने के नाते हमारी यह जिम्मेदारी होती है की हम अपने डॉग की देखभाल और खान पान अच्छे से करे।लेकिन किसी भी डॉग को एक बेहतर नस्ल बनाने के लिए यह बेहद जरूरी है की हम उसकी आवश्यक ट्रेनिंग भी करवाए जिसकी सहायता से वह एक सभ्य समाज मैं रहने के तौर तरीके और व्यवहार सीखा सके।
डॉग को ट्रेनिंग कैसे दे?
डॉग को ट्रैनिंग देने के लिए आप ट्रैनिंग बुक, ऑनलाइन डॉग ट्रेनिंग कोर्स, पर्सनल डॉग ट्रेनर इन माध्यमों का सहारा ले सकते है।
लेकिन हमारे इस लेख मैं कुछ खास तरीके के बारे मैं बताने वाले है जिसकी मदद से आप अपने डॉग को स्मार्ट डॉग ट्रेनिंग दे पाएंगे।
डॉग को ट्रेनिंग देना थोड़ा सा चुनौती भरा काम होता है लेकिन आप यदि अलग चरणों मैं यह काम करते है तो डॉग को ट्रेनिंग देना अपेक्षाकृत सरल हो जाता है।
तो आइए जानते है की डॉग को ट्रेनिंग कैसे देते है।
1.डॉग को ट्रेनिंग देने की सही उम्र
दोस्तो ऐसा नहीं है हम कभी भी अपने डॉग की ट्रेनिंग शुरू कर सकते है डॉग को ट्रेनिंग देने के लिए हमे इसकी उम्र का ध्यान रखना जरूरी होता है डॉग की ट्रेनिंग की शुरुवात दो महीने की उम्र के बाद करना चाहिए।
यह भी ध्यान रहे की ट्रेनिंग के शुरुवाती दिनों मैं आप कठिन चीजे सिखाने का प्रयास न करे।
2.ट्रेनिंग के लिए डॉग को तैयार करे।
दो महीनो के बाद जब आपका पप्पी ट्रेनिंग के लिए तैयार होगा तब आपको उसे अपने साथ बाहर लेकर जाना है तथा ध्यान रखे की इसे आप एक अच्छे ओर मजबूत लीश से बांध कर रखे ताकि यह इसे इधर उधर भागने और दुर्घटना होने से बचाएगा।
लिश इसे आपके नियंत्रण मैं रखेगा और इसे यह पता होगा की इसे आपके पास ही रहना है।
ट्रेनिंग को और सरल बनाने के लिए आप ट्रीट (पप्पी ट्रीट) का प्रयोग भी करे इससे पप्पी जल्दी प्रशिक्षित होगा।
डॉग की ट्रेनिंग आप घर अथवा घर के बाहर दोनो स्थानों पर कर सकते है ट्रेनिंग देते समय इसे लींश से जरूर बांध कर रखे ताकि आपका ध्यान भटकने पर यह भाग न सके।
3.कुत्ते को ट्रेनिंग देने के लिए सबसे पहले क्या सिखाए।
आपका पप्पी अब ट्रेनिंग के लिए तैयार है तो आपको सर्वप्रथम क्या सीखना चाहिए। यह जाहिर सी बात है की आपने पप्पी नाम अवश्य से ही रख लिया होगा तथा अब बारी है नाम से बुलाने की आवश्यकता है।ट्रेनिंग के लिए यह जरूरी है को जब भी आप कुत्ते को नाम से पुकारे तो यह प्रतिक्रिया दे और आपके आदेश को माने।
ध्यान रहे अपने कुत्ते कानाम छोटा रखे जो बोलने मै आसान हो और यदि आप अपने डॉग नाम थोड़ा बड़ा भी रखते है तो आप इसे एक निक नेम भी दे सकते हैं।
4.कुत्ते को शैक हैंड करना सिखाए।
कुत्तों का हाथ मिलाना शेक हैंड करना उनके दोस्ताना व्यवहार को दर्शाता है तथा एक डॉग ओनर होने के नाते आपके डॉग का शेक हैंड करना आपके लिए एक गर्व की बात होगी।तथा कुत्ते को शेक हैंड सिखाने के लिए आपको सर्व प्रथम उसे उसके नाम से बुलाए तथा जब वह पास आ जाता है हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ आगे करे।
हो सकता है शुरुवाती दिनों मै यह हाथ न मिलाए। यदि एक कुत्ता हाथ नही बढ़ाता है तो आपको उसका हाथ पकड़ कर शेक हैंड करना होगा और जब यह स्वयं आपके निर्देश पर शेक हैंड करे तो पुरस्कार के रूप मै इसे ट्रीट खाने को दे।
5.कुत्ते को बैठना केसे सिखाए।
कुत्ते को बैठना सिखाना हर एक डॉग ओनर चाहता है लेकिन यह कार्य यदि आप सही ढंग से नहीं करते है यह काम देहद पेचिदा हो सकता है अपने कुत्ते को बैठना सिखाने के लिए आपको यह बात ध्यान मैं रखना जरूरी है की सारी चीजे एक साथ नहीं कुत्ते को नहीं सिखानी है। स्टेप बाई स्टेप ही ट्रेनिंग दे।कुत्ते को बैठने सिखाने के लिए आपको ट्रीट की आवश्यकता होगी।
स्टेप #1
सबसे पहले ट्रीट लेकर अपने डॉग को पास मैं बुलाइए और ट्रीट को हाथ में लेकर डॉग के मुंह के पास लेकर जाइए।
स्टेप #2
ट्रीट को मुंह के पास लेकर जाने के बाद इसे धीरे धीरे उपर करते हुए कुत्ते के पीट की ओर लेकर जाइए यह करने पर आप देखेंगे आप डॉग बैठने की पोजिशन मैं आ जायेगा और जब डॉग पूरी तरह से बैठ जाए आपको ट्रीट डॉग को देना है।
स्टेप #3
यह प्रक्रिया आपको कई दिनों दोहरानी है ऐसा करने पर यह आपके कहने पर बैठने लगेगा लेकिन आपको यह भी ध्यान मैं रखना होगा की धीरे धीरे आपको ट्रीट देना भी कम करना होगा।
6.डॉग को पॉटी ट्रेनिंग कैसे दे।
अपने पालतू डॉग को पॉटी के लिए ट्रेनिंग देना बेहद जरूरी होता है क्योंकि ऐसा न किए जाने पर यह आपके घर को गन्दा और बदबूदार बना सकता है तो सवाल यहां यह आता है की डॉग को पॉटी के लिए केसे ट्रेन करे। तो इस बात की चिंता आप बिलकुल न करे कुछ इस तरीका आपको बताने वाले है जिसे आप फॉलो करते है तो बड़ी आसानी के साथ अपने डॉग को पॉटी के लिए ट्रेन कर सकते हैं।
1.आमतौर पर यह पता लगाना मुस्किल होता है की आपके डॉग को पॉटी कब आएगी लेकिन समान्य तौर पर डॉग को सुबह और रात के भोजन के बाद पॉटी आती है इसके अलावा ज्यादा शारीरिक गतिविधि जेसे की खेलना ,भागना ऐसी क्रियाओं के बाद डॉग को पॉटी आती है।
2.आपको पॉटी वाले स्थान को निर्धारित कर रोजाना अपने डॉग को रोजाना सुबह सुबह और रात के भोजन के बाद उस स्थान पर लेकर जाना होगा।
हो सकता है की शुरुवाती कुछ दिनों मै यह उस स्थान पर पॉटी न करे लेकिन कुछ समय बाद आप देखेंगे कि डॉग पॉटी वाले स्थान पर ही जाकर पॉटी करेगा।
3.आप यदि डॉग को पॉटी के लिए बाहर नही ले कर जाना चाहते है तो आप घर पर बने टॉयलेट का इस्तेमाल भी कर सकते है
7.डॉग को नियंत्रित केसे करे।
कई डॉग ओनर्स की यह शिकायत होती है की उनका डॉग उनके नियंत्रण मैं नहीं होता है जब भी वह अपने डॉग के पास जाते है या डॉग उनके पास आता है वह उनके ऊपर कूदने लगता है और उनके नियंत्रण मैं नही आता है।
स्टेप#1
अपने डॉग को नियंत्रत करने के लिए सबसे पहले आपको उसे बांधकर रखना होगा और जब आप उसके पास जाए और जब वह आपके उपर तो आपको उसे डांटना है।
स्टेप #2
जब भी डॉग आपके उपर हावी हो और आपको पकड़े तो आपको कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देनी है आपको सीधे खड़ा रहना है क्योंकि अधिकांस डॉग आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसा व्यवहार करते है।
स्टेप#3
जब कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देगे तो डॉग शांत हो जायेगा और तब आपको डॉग को बैठने का निर्देश देना है और यदि वह आपकी बात नही मानता है तो आप ट्रीट का इस्तेमाल भी कर सकते है।
कुछ समय लग सकता डॉग को नियंत्रत करने के लिए लेकिन आप प्रतिदिन उपर बताए गए तरीको को अपनाते है तो आपको अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
8.कुत्ते को भोकना कैसे सिखाएं?
एक डॉग की आवाज उसका भौकना होता हैं लेकिन कई लोगो को अपने डॉग से शिकायत होती हैं की वह भौकते नहीं है। तो अब क्या किया जाये .
आपको इस बात की चिंता हैं की आपका डॉग भौकता नहीं हैं तो हम आपकी चिंता को दूर करने की कोसिस करेंगे आप अपने डॉग को कुछ आसान तरीको से भौकना शिखा सकते हैं।
तो आइये जानते हैं की डॉग को भोकना कैसे सिखाएं?
स्टेप 01
सबसे पहले आपको डॉग का ध्यान अपनी और आकर्षित करना होगा जिसके लिए आप ट्रीट की मदद ले सकते हैं ट्रीट का लालच देकर आपको उसे अपने पास बुलाना हैं।
स्टेप 02
ट्रीट देखकर जब डॉग पास आता हैं तो आपको उसे ट्रीट नहीं देना है जब आप डॉग को ट्रीट नहीं देंगे तो वह गुस्सा होगा और भौकने लगेगा और तब आपको उसे ट्रीट देना हैं ऐसा करने पर डॉग समझ जायेगा की उसे भौकना हैं और उसे ट्रीट मिलेगी।
स्टेप 03
ट्रीट देने के साथ आपको डॉग की पीट सहलाकर शाबाशी भी देना होगा और ट्रीट देने के साथ भौकने के लिए आदेश भी देना होगा।
यह प्रक्रिया बार बार दोहराये जाने पर आपको अच्छे परिणाम देखें कप मिलेंगे
डॉग को कैसे प्रशिक्षित या ट्रेन करें
डॉग पालने वाले चाहते हैं कि उनका डाॅगी भी आज्ञाकारी और स्मॉर्ट बने। जब वह उसे हाथ मिलाने को कहें, तो वह हाथ मिलाए, जब उसे मेहमानों के सामने सम्मान के लिए झुकने को कहें, तो वह झुके। पालतू डॉग को मानसिक और शारीरिक तौर पर ऐक्टिव रखने के लिए उसे ट्रेनिंग देना सबसे अच्छा आइडिया होता है। डॉग को ट्रेनिंग देने के लिए पेट ओनर को धैर्य की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। हम आपको ऐसी 5 चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिसे सिखाने के लिए आपको किसी प्रफेशनल की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि आप खुद अपने डॉग काे इसकी ट्रेनिंग दे सकेंगे। डॉग पालने वाले चाहते हैं कि उनका डाॅगी भी आज्ञाकारी और स्मॉर्ट बने। जब वह उसे हाथ मिलाने को कहें, तो वह हाथ मिलाए, जब उसे मेहमानों के सामने सम्मान के लिए झुकने को कहें, तो वह झुके। अगर आप भी अपने डॉग को ऐसी ट्रेनिंग देना चाहते हैं, तो इन टिप्स को फॉलो करें।
डॉग को बैठना कैसे सिखाएँ?
एक ट्रीट लें और उसे उसकी नाक के ठीक ऊपर रखें कहें “sit या बैठो” और धीरे से ट्रीट को उसके सिर के थोड़ा और ऊपर उठाएँ। आपके डॉग को ट्रीट को फॉलो करना चाहिए और बैठने की पोजीशन में आ जाना चाहिए। ताकि वो ट्रीट को ज्यादा आसानी से ले सके। अगर वो बैठ जाता है, तो उसे ट्रीट दें। अगर वो नहीं बैठता है, तो ट्रीट को पीछे खींच लें और दोबारा कोशिश करने से पहले उसे सेटल हो जाने दें। ऐसा तब तक करते रहें, जब तक कि आपके पपी को बैठने के लिए कहने के लिए ट्रीट की जरूरत पड़ना बंद न हो जाए। इस तरह से एक या दो सप्ताह के बाद, ट्रीट को पूरी तरह से अलग कर लें। ताकि उसके लिए अब से केवल बोली हुई कमांड काफी रहे।
“बैठो या सिट” शुरुआत करने की सबसे अच्छी कमांड है। क्योंकि डॉग के लिए ये सबसे नेचुरल है और ये बाकी की दूसरी कई कमांड के लिए एक नींव है। इसके बाद, अपने डॉग को इन कमांड्स सिखाने के लिए असल में किसी भी क्रम को अपना सकते हैं। आपको जो भी क्रम सबसे सही लगे, उसी क्रम में आगे बढ़ें।
डॉग को लेटना कैसे सिखाएँ?
डॉग को लेटने की स्थिति में लाएँ और उसके सामने ट्रीट रखें। जब वो धीरे से ट्रीट की तरफ जाए, आराम से उसे नीचे जमीन की तरफ लाते जाएँ। आपके डॉग को फर्श पर ट्रीट को फॉलो करना शुरू कर देना चाहिए। जब वो ऐसा करे, तब कहें “down” या “lay down” या लेट जाओ। अगर वो ऐसा नहीं करता है। तो ट्रीट को वापिस ऊपर उठाएँ और एक बार फिर से ट्राई करें। जब वो बेहतर हो जाए। ट्रीट को मूव करना रोक दें। फिर, ट्रीट को यूज करना बंद कर दें। और उसे लेटने के लिए केवल कमांड का इस्तेमाल करें।
सम्मान में झुकना
नमस्कार करना भारतीय संस्कृति में सम्मान देना माना जाता है। आप अपने डाॅग को भी दूसरों के सामने झुककर उसे नमस्कार करना सिखा सकते हैं। ज्यादातर डॉग आराम करने के लिए खुद को फैलाते हैं। और स्वाभाविक रूप से झुकते हैं। ऐसे में अगली बार जब भी आप उसे इस स्थिति में पाएं तो कोई भी कमांड बोलें, जैसे झुको, नमस्ते करो। ऐसा करने पर आप उसे रिवॉर्ड के तौर पर ट्रीट दें। इस तरह की प्रैक्टिस में थोड़ा समय लगता है। कुछ दिनों बाद आपकी इस कमांड को डॉगी समझने लगेगा।
हैंड शेक करना
आपने कई डॉग्स को हैंड शेक करते देखा होगा। इस ट्रिक को अपने डॉग को सिखाने में थोड़ा वक्त लगता है। जब वह हैंड शेक करना सीख जाएगा, तो आपको अपने दोस्तों और परिवार के सामने अपने डॉगी के साथ हैंड शेक करना काफी गर्व फील कराएगा। अपने डाॅगी को हैंड शेक सिखाने के लिए आप सबसे पहले घुटने पर बैंठे। इसके बाद हैंड शेक कहते हुए अपना हाथ आगे बढ़ाएं। अब अपने डाॅग के पैर को कोहनी से उठाते हुए, अपने हाथ पर रखें। जब आप ऐसा करें, तो उसके बाद अपने डॉगी को ट्रीट दें। कम से कम एक सप्ताह तक ऐसा अभ्यास कराएं और फिर आपका डॉगी हैंड शेक करना सीख जाएगा।
जंप करना
कई डॉग अपने मालिक के कहने पर जंप करते हैं। अगर आप भी अपने डाॅगी को जंप करना सिखाना चाहते हैं। तो सबसे पहले आप ट्रीट को मुट्ठी में बंद करके डाॅग की नाक के पास ले जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे अपने हाथ को ऊपर की तरफ ले जाएं और कमांड को बोलें। आपका डॉग ट्रीट को पाने के लिए जंप करने का प्रयास करेगा। जब भी वह जंप करे, तो उसे ईनाम के तौर पर ट्रीट में से कुछ हिस्सा खाने को दें। ऐसा बार-बार कुछ दिनाें तक अभ्यास कराएं। इसके बाद आप देखेंगे कि जंप बोलने पर आपका प्यारा डॉगी जंप करने की कोशिश करेगा। धीरे-धीरे आपके डॉगी को इसकी आदत हो जाएगी।
कुत्ते को शांत (“quiet”) करने की कमांड क्या है?
अत्यधिक भौंकने को रोकने के लिए शांत या “quiet” कमांड उपयोगी है। यदि आपका डॉग बहुत नहीं भौंकता है। तो शायद आपको इसकी आवश्यकता नहीं होगी। लेकिन अगर आपके पास शोर करने वाला कुत्ता है। तो ये आपके काम आ सकती है। अपने कुत्ते को “चुप रहना” सिखाने के लिए, उसे लीश में बांधे रखें और उसे बाहर वहाँ ले जाएँ।जहां वह बहुत भौंकता है। कम से कम 10 सेकंड के लिए भौंकने के रुकने की प्रतीक्षा करें और उसकी नाक के सामने एक ट्रीट रखें। “quiet” या शांत हो जाओ बोलें और उसे ट्रीट दें। ऐसा बार-बार करें ताकि डॉग को यह पता चल सके कि इस शांत हो जाओ कमांड का क्या मतलब है।
जब आप इस पर काम करना जारी रखें, इनाम को दूर और दूर रखना शुरू करें। फिर इसे पूरी तरह से छिपाना शुरू करें और उसे इनाम दिए बिना ही कमांड का इस्तेमाल करें।
समाजीकरण या सोशलाइजेशन क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
- सोशलाइजेशन में अपने डॉग को बाहर की दुनिया में लेकर जाना शामिल है। ताकि वो एडजस्ट हो सके जब भविष्य के प्रशिक्षण की बात आती है। तो यह प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि आपका डॉग बड़े होने पर अन्य डॉग और लोगों के संपर्क में नहीं आने की वजह से उनसे डर सकता या उसमें उनके लिए भय विकसित कर सकता है। जब आप अपना पपी लेते हैं। तब उसे अपने दोस्त के घर पर ले जाएं। उसके साथ पार्क में समय बिताएं। और उसे अन्य कुत्तों से मिलवाएं (बशर्ते वो मिलनसार हों)। युवा अवस्था में वो दुनिया के जितना अधिक संपर्क में आएगा। भविष्य में आपका उसके व्यवहार संबंधी समस्याओं का सामना करने की संभावना उतनी ही कम होगी।
डॉग को पॉटी ट्रेन कैसे करें?
- डॉग को रूटीन पर बाहर लेकर जाएँ और अपने साथ में ट्रीट लेकर चलें डॉग को नियमित अंतराल पर बाहर लेकर जाएँ। एक अच्छे नियम के अनुसार, उसे सुबह सबसे पहले, सोने के ठीक पहले, कुछ खाने या पीने के एक-दो घंटे बाद और जोरदार एक्सरसाइज या गेम के बाद में जाना होता है। एक शेड्यूल के साथ बने रहने की कोशिश करें ताकि आपके डॉग को हर बार एक ही जगह पर बाथरूम जाने की आदत हो, और जब आप टहलने जाएं तो आपके साथ ट्रीट लेकर जाएँ। जब वो बाहर जाए, तब उसकी तारीफ करें!
- एक डॉग जन्म के बाद हर महीने अपने मूत्राशय को 1 घंटे तक रोक कर रख सकता है। इस तरह से 2 महीने का पपी 2 घंटे रोक सकता है, 4 महीने का पिल्ला 4 घंटे रोक सकता है, आदि।
- यदि आप उसे ऑफिस टाइम पर दिन के दौरान बाहर नहीं ले जा सकते हैं, तो इस काम के लिए किसी को रखने या अपने किसी पड़ोसी से मदद लेने पर विचार करें ताकि वो दिन के दौरान बाथरूम का उपयोग कर सके।
- यदि रात में बीच में डॉग का यूरिन करना एक समस्या है, तो सोने से 2 घंटे पहले अपने डॉग के पानी का सेवन कम करने का प्रयास करें।
- अगर आपका डॉग हर दिन एक ही जगह बाथरूम जाता रहता है। तो उसे वहीं ले जाते रहें।
- यदि आपके पास एक बड़ा डॉग है। जिसे पहले कभी घर में प्रशिक्षित नहीं किया गया है। तब भी ये प्रक्रिया उसके लिए भी समान रहेगी।
डॉग पालने वाले चाहते हैं कि उनका डाॅगी भी आज्ञाकारी और स्मॉर्ट बने। जब वह उसे हाथ मिलाने को कहें, तो वह हाथ मिलाए, जब उसे मेहमानों के सामने सम्मान के लिए झुकने को कहें, तो वह झुके।
पालतू डॉग को मानसिक और शारीरिक तौर पर ऐक्टिव रखने के लिए उसे ट्रेनिंग देना सबसे अच्छा आइडिया होता है। डॉग को ट्रेनिंग देने के लिए पेट ओनर को धैर्य की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। हम आपको ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिसे सिखाने के लिए आपको किसी प्रफेशनल की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि आप खुद अपने डॉग काे इसकी ट्रेनिंग दे सकेंगे।
डॉग पालने वाले चाहते हैं कि उनका डाॅगी भी आज्ञाकारी और स्मॉर्ट बने। जब वह उसे हाथ मिलाने को कहें, तो वह हाथ मिलाए, जब उसे मेहमानों के सामने सम्मान के लिए झुकने को कहें, तो वह झुके। अगर आप भी अपने डॉग को ऐसी ट्रेनिंग देना चाहते हैं, तो इन टिप्स को फॉलो करें।
सम्मान में झुकना
नमस्कार करना भारतीय संस्कृति में सम्मान देना माना जाता है। आप अपने डाॅग को भी दूसरों के सामने झुककर उसे नमस्कार करना सिखा सकते हैं। ज्यादातर डॉग आराम करने के लिए खुद को फैलाते हैं और स्वाभाविक रूप से झुकते हैं। ऐसे में अगली बार जब भी आप उसे इस स्थिति में पाएं तो कोई भी कमांड बोलें, जैसे झुको, नमस्ते करो। ऐसा करने पर आप उसे रिवॉर्ड के तौर पर ट्रीट दें। इस तरह की प्रैक्टिस में थोड़ा समय लगता है। कुछ दिनों बाद आपकी इस कमांड को डॉगी समझने लगेगा।
हैंड शेक करना
आपने कई डॉग्स को हैंड शेक करते देखा होगा। इस ट्रिक को अपने डॉग को सिखाने में थोड़ा वक्त लगता है। जब वह हैंड शेक करना सीख जाएगा, तो आपको अपने दोस्तों और परिवार के सामने अपने डॉगी के साथ हैंड शेक करना काफी गर्व फील कराएगा। अपने डाॅगी को हैंड शेक सिखाने के लिए आप सबसे पहले घुटने पर बैंठे। इसके बाद हैंड शेक कहते हुए अपना हाथ आगे बढ़ाएं। अब अपने डाॅग के पैर को कोहनी से उठाते हुए, अपने हाथ पर रखें। जब आप ऐसा करें, तो उसके बाद अपने डॉगी को ट्रीट दें। कम से कम एक सप्ताह तक ऐसा अभ्यास कराएं और फिर आपका डॉगी हैंड शेक करना सीख जाएगा।
हाई फाइव की ट्रेनिंग
अपने कई बार देखा होगा कि डॉग का मालिक अपने एक हाथ को थोड़ा ऊपर करता है और डाॅग अपने पैर से मालिक के हाथ को टच करता है। इसे हाई फाइव कहा जाता है। अगर आप भी अपने डॉगी को हाई फाइव की ट्रिक को सिखाना चाहते हैं, तो सबसे अपने डाॅग के सामने बैठें और कमांड को बोलते हुए अपने एक हाथ को थोड़ा ऊपर की तरफ करें। जैसे ही डॉग आपके हाथ के पास अपने पैर को लाए, तो उसे ट्रीट दें। इस तरह कई बार कमांड बोलते हुए इस ट्रिक की ट्रेनिंग दें। ऐसा करने में डॉग को शुरूआत में थोड़ी परेशानी हो सकती है, लेकिन इसके बाद वह हाई फाइव करना सीख जाएगा।
जंप करना
कई डॉग अपने मालिक के कहने पर जंप करते हैं। अगर आप भी अपने डाॅगी को जंप करना सिखाना चाहते हैं, तो सबसे पहले अाप ट्रीट को मुट्ठी में बंद करके डाॅग की नाक के पास ले जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे अपने हाथ को ऊपर की तरफ ले जाएं और कमांड को बोलें। आपका डॉग ट्रीट को पाने के लिए जंप करने का प्रयास करेगा। जब भी वह जंप करे, तो उसे ईनाम के तौर पर ट्रीट में से कुछ हिस्सा खाने को दें। ऐसा बार-बार कुछ दिनाें तक अभ्यास कराएं। इसके बाद आप देखेंगे कि जंप बोलने पर आपका प्यारा डॉगी जंप करने की कोशिश करेगा। धीरे-धीरे आपके डॉगी को इसकी आदत हो जाएगी।
डॉग ट्रेनिंग भाग 1: कैसे सिखायें कुत्ते को अपनी भाषा?
टॉमी खाना खाओगे, टॉमी चलो तुम्हें नहला दें, टॉमी हाथ दो, टॉमी बैठ जाओ, टॉमी खड़े हो जाओ, टॉमी ऊपर जाओ, टॉमी प्रिया के पास जाओ, टॉमी प्रिया को बुला लाओ…. क्या आपने अपने कुत्ते से कभी ऐसे सवाल किये हैं? जरूर किये होंगे, लेकिन क्या कुत्ता इन बातों के जवाब में प्रतिक्रिया करता है, आपकी सभी कही हुई बातों को मानता है, अगर नहीं तो अब मनेगा। यदि आप चाहते हैं कि आपको कोई इशारा नहीं करना पड़े और आपका कुत्ता आपकी बात समझे तो यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है। यदि आपका कुत्ता अभी छोटा है, तो यही सही समय है उसे आपकी भाषा सिखाने का।
- भोजन- यदि आप कुत्ते को विभन्न प्रकार के भोजन के नाम याद कराना चाहते हैं तो जब भी उसे भोजन दें, तो उससे पूछें- टॉमी दूध पियोगे, दो मिनट वेट करें और फिर दूध का प्याला उसके सामने रख दें। इसी प्रकार टॉमी ब्रेड खाओगे, टॉमी चकिन खाओगे, टॉमी मटन खाओगे….. ध्यान रहे, अगर आप उससे छल करेंगे तो वो आपकी भाषा कभी नहीं सीखेगा। यानी जब आप दूध दें, तो हर बार उसके सामने दूध का ही प्याला रखें, चिकन कहें तो चिकन ही दें… ऐसा करते वक्त कोशिश करें कि कुत्ता आपकी तरफ देख रहा हो, क्योंकि ये जानवर आपके चेहरे के एक्सप्रेशन्स को भी अच्छी तरह समझते हैं।
- नहलाना- जब भी कुत्ते को नहलाने जायें, उससे बोलें- टॉमी चलो नहाने…. बार-बार यही शब्द दोहरायें और फिर उसके ऊपर पानी डाल दें। बार-बार ऐसा करने पर वो समझ जायेगा कि “नहाने” शब्द का मतलब नहाना ही होता है। और एक दिन ऐसा आयेगा कि जब आप कोई दूसरा उससे यही शब्द कहेगा, तो वो घुर्राने लगेगा। यह इसलिए नहीं कि आपका कुत्ता उसे नहलाने का अधिकार किसी और को नहीं देना चाहता, बल्कि इसलिए कि उसे पानी से डर लगता है, और बचपन से आपके सामने उसकी चल नहीं पाती है।
3.ऐक्शन- खड़े होना, बैठना, उठना, जाना…. ये सभी ऐक्शन हैं, जो आम तौर पर सभी पाल्तू कुत्ते जानते हैं और समझते भी हैं, लेकिन अधिकांश कुत्ते तब तक कहना नहीं मानते जब तक आप हाथ से इशारा नहीं करते। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आप मुंह से बोलें- टॉमी बैठ जाओ, और वो बैठ जाये, तो उसकी आदत बचपन से डालनी होगी। उसके बचपन से ही आप उससे बात करें। अगर आपने कहा- टॉमी बैठ जाओ, वो नहीं बैठे तो उसे जबर्दस्ती बिठायें, खड़े हो जाओ…. नहीं खड़ा हो तो जबर्दस्ती खड़ा करें, इसी तरह घर के विभिन्न कमरों, गार्डन, छत, आदि के बारे में उसे बचपन से बतायें। अगर आप उसे ड्रॉइंग रूम शब्द सिखाना चाहते हैं, तो उससे कहें टॉमी ड्राइंग रूम में जाओ, जाहिर है, पहली बार में वो नहीं जायेगा, तो उसे आप खुद लेकर जायें। इसी तरह बार-बार करने पर आपका कुत्ता ड्राइंग रूम, बेडरूम, हॉल, छत, किचन, गार्डन, बाहर, अंदर, आदि शब्द समझने लगेगा और कुछ ही दिन में आपके एक बार कहने पर वैसा ही करने लगेगा।
- चलो बांध दें- कुत्तों को बंधे रहना कभी पसंद नहीं होता। अगर आप उससे अपनी बातें मनवाना चाहते हैं, तो जब भी उसे चेन से बांधें, तब उससे बार-बार कहें- चलो बांध दें….
- घूमने चलो- कुत्तों को कार, बाइक या स्कूटर पर घूमना बहुत पसंद होता है। ये भी एक चक्कर लगाने के लिए ठीक उसी प्रकार जिद करते हैं, जिस प्रकार घर के बच्चे। उसे “घूमना” शब्द सिखाने के लिए जब भी अपने कुत्ते को कहीं घूमाना हो तो पहले उससे पूछें- टॉमी घूमने चलोगे। फिर जब अपने वाहन पर बिठायें तो मुंह से जरूर बोलें – टॉमी चलो घूमने चलें। आपके इन शब्दों को वो बार-बार सुनकर समझने लगेगा। फिर भविष्य में जब भी आप या आपके घर के सदस्य उससे कहेंगे- टॉमी घूमने चलोगे, तो वो खुशी से झूम उठेगा।Compiled & Shared by- Team, LITD (Livestock Institute of Training & Development)
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Reference-On Request.