भारत में पोल्ट्री सेक्टर के लिए नई तकनीक सिद्ध हो रहे वरदान
पोल्ट्री सेक्टर से जुड़े वैज्ञानिको के द्वारा इस क्षेत्र में नित किए गए नए अनुसंधानों की वजह से अब इसमें भी कई प्रकार की नवीनतम तकनीकों का प्रयोग किया जाने लगा है। जिसके अपेक्षित परिणाम आने से नई तकनीक भारत में पोल्ट्री सेक्टर के लिए वरदान सिद्ध हो रहे हैं।
अमेरिका और कनाडा जैसे देशों की तर्ज पर कुछ बड़े मुर्गी पालकों के द्वारा भारत में भी नई तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है। जैसे ऑटोमेटिक मशीन की मदद से बगैर मानव शक्ति बल के मुर्गियों के अंडों को सीधे गाड़ी में लादना, और उनकी गणना करना व खराब अंडो को उसी समय छंटनी करना सम्भव हो सका है।
आज ऑटोमेटिक ड्रोन की मदद से मुर्गियों के द्वारा किए गए कचरे को एकत्रित करके फिर बड़े किसानों से संपर्क कर उसे बेचा जा रहा है। जो एक अच्छे प्राकृतिक उर्वरक के रूप में किसानों के उपयोग में आ रहा है।
अभी हाल ही में सन- डाउन नामक एक कंपनी ने मुर्गीफार्म में बने धरातल पर बिछाने के लिए एक ऎसे कालीन का निर्माण किया है, जिसे नमी वाले स्थान पर उपयोग करने पर उससे होने वाली बीमारियों से मुर्गियों का बचाव किया जा सकता है।
अब आप अपनी चिकन फार्म के लिए ऑटोमेशन और संगठित तकनीक का भी उपयोग कर सकते हैं। इसमें मशीनों का उपयोग डाटा एनालिसिस , स्वचालित फील्डिंग सिस्टम और ऑटोमेटेड कोच के उपयोग से आप मुर्गी पालन का आहार और देखभाल को बेहतर बना सकते हैं। जलापूर्ति की निगरानी कर सकते हैं और पानी की उपयोगिता को भी बढ़ा सकते हैं। साथ ही पोल्ट्री फार्म पर सेंसर का उपयोग कर मुर्गियों के स्वास्थ्य और वातावरणीय पैरामीटर की भी निगरानी कर सकते हैं ।
ऑटोमेटिक फील्डिंग और ऑटोमेटिक ताजगी व्यवसाय के माध्यम से अब आप अपनी मुर्गी का पालन अच्छी तरीके से कर सकते हैं। आप फीडर एवं ड्रिंकर सिस्टम को भी ऑटोमेटिक नियंत्रित कर सकते हैं ताकि आपको अच्छी गुणवत्ता वाले आहार की आपूर्ति और स्वच्छ जल की आपूर्ति हो सके ।
आज तकनीक के माध्यम ऑनलाइन व्यवसाय करके अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं। कुल मिलाकर नई तकनीक भारत में इस व्यवसाय के लिए प्रत्येक दृष्टिकोण से वरदान सिद्ध हो रहा है। इसका उपयोग कर अपने व्यवसाय को एक नए आयाम तक पहुंचाया जा सकता है।
Innovative Technologies and Practices Transforming India’s Poultry Sector