इंडियन पोल्ट्री जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा पोल्ट्री प्रबंधन पर  पटना में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का सफल आयोजन

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IPJA SEMINAR IN PATNA

इंडियन पोल्ट्री जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा पोल्ट्री प्रबंधन पर  पटना में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का सफल आयोजन

पशुधन प्रहरी, पटना ,31 जुलाई 2024

इंडियन पोल्ट्री जर्नलिस्ट एसोसिएशन (IPJA) के तत्वाधान में पोल्ट्री प्रबंधन पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन पटना के मौर्य होटल में संपन्न हुआ जिसमें देश के जाने माने कई पोल्ट्री विशेषज्ञों ने भाग लिया । इस अवसर पर पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े हुए देश के प्रमुख कंपनियों तथा उसके प्रतिनिधियों ने शिरकत किया। सेमिनार में राज्य भर से लगभग 400 पोल्ट्री व्यवसायी  शामिल हुए। देश में पोल्ट्री व्यवसाय को बढ़ावा देने वाले प्रमुख संगठनों जैसे कि इंडियन पोल्ट्री इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर संगठन (IPEMA) ,पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (PFI), पोल्ट्री इंडिया इत्यादि के प्रतिनिधियों ने अपने संगठन के उद्देश्य तथा पोल्ट्री विकास हेतु अपने कार्यों को उल्लेखित किया। पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़ी हुई देश की सबसे बड़ी कंपनी वेंकीज इंडिया के वरीय पदाधिकारी एवं वैज्ञानिकों ने पोल्ट्री प्रबंधन पर अपना व्याख्यान दिए। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉक्टर जे के प्रसाद, डीन, बिहार वेटरिनरी कॉलेज ने पोल्ट्री प्रबंधन पर अपनी बात रखी।

INFAH के प्रेसिडेंट डॉक्टर शिरीष निगम ने बताया कि भारतीय मुर्गी बाजार को यदि विश्व स्तर पर लेकर जाना है तो हमें विश्व स्तरीय मापदंड अपना करके मुर्गी उत्पादन करना होगा तभी ग्लोबल मार्केट में हम पहुंच बना सकते हैं। उन्होंने एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस तथा जूनेटिक डिजीज पर चर्चा करते हुए सेमिनार में आए हुए सभी पोल्ट्री फार्मर्स को आह्वान किया कि वे मुर्गी प्रबंधन के नवाचार को अपना करके ही पोल्ट्री व्यवसाय में अधिक लाभ कमा सकते हैं।

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बिहार पोल्ट्री फार्मर संगठन के अध्यक्ष डॉक्टर पवन कुमार ने बिहार में पोल्ट्री उद्योग की सफलता के विषय में विस्तृत रूप से बताया तथा उन्होंने सरकार एवं पोल्ट्री उद्योग से जुड़े हुई संगठनों से यह मांग की , की बिहार में पोल्ट्री उद्योग को और गति देने के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। उनका कहना था कि बिहार पूरे देश में मक्का उत्पादन में दूसरे स्थान पर है जबकि यहां के पोल्ट्री उद्यमियों को सबसे कम फायदा होता है इसके लिए पोल्ट्री फार्मर्स को संगठित होना होगा तथा सरकार को बुनियादी सुविधा प्रदान करनी होगी जिससे कि यह उद्योग भविष्य में और अधिक गति से फल फूल सके। बिहार पोल्ट्री फार्मर संगठन तथा इंडियन पोल्ट्री जर्नलिस्ट एसोसिएशन के द्वारा बिहार के 10  प्रगतिशील पोल्ट्री फार्मर्स को सम्मानित भी किया गया. यह आश्चर्य की बात है कि  बिहार में अंडा तथा पोल्ट्री चिकन की मांग का मात्र 10% ही बिहार में उत्पादन किया जाता है बाकी 90% देश के अन्य राज्यों से पूर्ति की जाती है। इस आंकड़े से यह स्पष्ट होता है कि बिहार में पोल्ट्री उद्योग की अपार संभावनाएं हैं तथा जीविकोपार्जन का यह एक प्रमुख जरिया बनकर उभरा है। इंडियन पोल्ट्री जर्नलिस्ट एसोसिएशन के सचिव श्री एमके व्यास ने बताया कि उनकी संस्था देश के विभिन्न जगहो पर पोल्ट्री उद्योग को बढ़ावा देने हेतु पोल्ट्री विशेषज्ञों  के द्वारा फार्मर के हित में पोल्ट्री प्रबंधन पर सेमिनार कराती है। डॉ शिरीष निगम ,प्रेसिडेंट, INFAH, ने बताया कि आने वाले समय में देश में उच्च कोटि के पोल्ट्री मेडिसिन, फीड एडिटिव, पोल्ट्री फीड्स तथा वैक्सीन उनकी संस्था उपलब्ध करने का प्रयास करेगी जिससे कि फार्मर्स को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके। IPEMA के अध्यक्ष श्री उदय सिंह वैस तथा पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के ट्रेजरर श्री रिकी थापर ने लेयर फार्मर को यह आश्वासन दिया कि आने वाले समय में बैटरी केजेज से संबंधित जो अफवाह फैली है, वह खत्म हो जाएगी तथा सरकार ,फार्मर्स के हित का ध्यान  रखते हुए बहुत जल्द ठोस निर्णय लेने जा रही है, इसके लिए उनकी संस्थाएं भरपूर कोशिश कर रही है। इस दौरान ,पशुपालन विभाग , बिहार सरकार के नोडल ऑफिसर, पोल्ट्री, ने बिहार सरकार द्वारा पोल्ट्री उद्योग से संबंधित चल रही सरकार की योजनाओं को विस्तृत रूप से बताया।

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भेसपर ग्रुप के टेक्निकल एडवाइजर, डॉक्टर धीरेंद्र कुमार ने बिहार के पोल्ट्री फॉर्म्स में उत्पादन के दौरान हो रही समस्याओं पर चर्चा की तथा उन्होंने पोल्ट्री फार्मर्स को टिप्स दिए कि कैसे पोल्ट्री फार्मर, कम लागत में आधुनिक तकनीकी अपना करके अपने मुर्गी फार्म को संभावित रोगों से बचा सकते हैं। इसके लिए उनका कहना था की प्रतेक पोल्ट्री फार्मर बायो सिक्योरिटी पर विशेष ध्यान दें।

कार्यक्रम को सफल बनाने में इस सेमिनार के स्पॉन्सर वेंकीज इंडिया लिमिटेड , IPEMA, INFAH, पोल्ट्री इंडिया , PFI, VESPER , EW NUTRITION,IMMEUREKA, ABIS,इंडियन पोल्ट्री ब्रीडर संगठन, धोपेश्वर इंजीनियरिंग इत्यादि का  योगदान सराहनीय रहा.

सभा का संचालन डॉ राजेश कुमार सिंह, प्रधान संपादक- “पशुधन प्रहरी ” के द्वारा किया गया तथा सेमिनार का समापन शशांक पुरोहित के धन्यवाद ज्ञापन के द्वारा संपन्न हुआ।

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