रचनाकार : डॉ दया एस. श्रीवास्तव, कृषि वैज्ञानिक,
कृषि विज्ञान केंद्र-2, सीतापुर
दिनांक : 30 जून 2020
मैं नए भारत का आत्मनिर्भर किसान हूँ
अपनी माटी का लाल हूँ,
विविधीकरण का उपहार हूँ
धरती का स्वास्थ्य बढ़ाने,
पर्यावरण का चित्रकार हूँ
मैं नए भारत का आत्मनिर्भर किसान हूं
मित्र जीवो का परिवार हूँ,
शत्रु कीटो के लिए नरसंहार हूँ
जलवायु परिवर्तन से निपटने,
उन्नत बीजों का अनगिनत भंडार हूँ
कुपोषण भगाने, रोजगार बढ़ाने, गरीबी मिटाने का हथियार हूँ,
मैं नए भारत का आत्मनिर्भर किसान हूँ
ना कोई अनुदान, ना कोई कर्ज, ना कोई दया का अर्जकार हूँ,
अपनी मेहनत, निष्ठा और लगन के साथ आगे बढ़ने का वाला नौजवान हूँ
अपना बीज, अपनी खाद, अपनी दवा बनाने का हुनरकार हूँ
मैं नए भारत का आत्मनिर्भर किसान हूँ
गुणवत्ता युक्त अनाज उत्पादन करने का जानकार हूं
अपनी मेहनत से वैश्विक कुपोषण भुखमरी भगाने वाला दृढ़ संकल्पित इंसान हूँ
फसल लागत कम करने का नया आयाम हूँ
जहर मुक्त खेती की पहचान हूँ
मैं नए भारत का आत्मनिर्भर किसान हूँ
परंपरागत तकनीक एवं वैज्ञानिक विधि की पहचान हूँ
कम लागत, कम जमीन में अधिक आयअर्जन का आयाम हूँ,
मैं आधुनिक भारत की विश्व में पहचान हूँ
जल, जंगल, जमीन संरक्षण का पर्याय हूँ
औषधियों की खेती कर पर्वतों पर रहने वाला नौजवान हूँ
स्वच्छ जल में मोती, झींगा पैदा करने वाली महिला किसान हूँ
मैं नए भारत का आत्मनिर्भर किसान हूँ
वनों से शहद, लाख,रबर उत्पादित करने वाला आदिवासी किसान हूँ
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में मखाना, सिंघाड़ा, मछली पालन का कीर्तिमान हूँ
ऊसर में आंवला,नींबू,बेर उत्पादन करने वाला युवा नौजवान हूँ
घर के पिछवाड़े मुर्गी, बत्तख, केंचुआ पालन करने वाली महिला किसान हूँ
मैं नए भारत का आत्मनिर्भर किसान हूँ
मै पशु पक्षियों और मित्र जीवो के लिए दयावान हूँ देश के वैज्ञानिकों का अनगिनत अभिमान हूँ
अपनी खेती, अपनी जलवायु अनुरूप यंत्रों को विकसित करने वाला जानकार हूँ
प्राकृतिक संपदा संरक्षण के लिए दृढ़ संकल्प इंसान हूँ
विश्व में भारत का कीर्तिमान स्थापित करने वाला अभिमान हूँ
मैं नए भारत का आधुनिक किसान हूँ
#*रचनाकार*#
डॉ दया एस. श्रीवास्तव
वैज्ञानिक- फसल सुरक्षा
कृषि विज्ञान केंद्र -2, कटिया सीतापुर