रिजका रबी के मौसम में कम पानी में उगाई जाने वाली प्रमुख दलहनी चारा फसल है। इसकी एकवर्षीय प्रजातियां भी उपलब्ध हैं और बहुवर्षीय भी।
रिजका :रबी के मौसम में कम पानी में उगाई जाने वाली प्रमुख दलहनी चारा फसल
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एकवर्षीय प्रजातियां:
आनन्द-2, 3, चेतक, पंजाब टाइप-8, 9
बहुवर्षीय प्रजातियां:
लूसर्न नम्बर 1; एच.एल.-84; आर.एल.-88; लूसर्न सी.ओ.-1, 2; प्रो-9; सिरसा-8, कृष्णा
बुआई का उचित समय:
अक्टूबर से दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में
बीज की मात्रा:
- लाइन में बुआई करने पर 12-15 किग्रा. प्रति हेक्टेयर
- छिड़काव विधि से बुआई करने पर 20-25 किग्रा. प्रति हेक्टेयर
- पौधे से पौधे की दूरी 20-25 सेमी. और गहराई 1-2 सेमी.
- बीच का राइजोबियम से उपचार आवश्यक
खाद व उर्वरक की मात्रा:
- बुआई से पहले 20 टन गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट
- बुआई के समय 20:60:40 NPK
सिंचाई:
प्रारम्भ में 7-10 दिनों के अंतराल पर उसके बाद 15-20 दिनों के अंतराल पर
चारा कटाई:
- प्रथम कटाई 55-60 दिनों बाद
- उसके बाद हर 30 दिनों पर
- एक साल में 8-10 कटाई; बहुवर्षीय रिजका 3-4 साल तक चारा देता है।
चारा उपज:
750 से 800 कुंतल हरा चारा प्रति हेक्टेयर
किसी भी प्रकार के चारे के बीज, घास के बीज या चारे की कटिंग के लिए निम्न पते पर सम्पर्क किया जा सकता है।
निदेशक
भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान
झांसी – 284003 (उत्तर प्रदेश)
फोन: 05102730666
किसान काल सेंटर: 05102730241
ईमेल: igfri.director@gmail.com
वेबसाइट: igfri.res.in
चारा फसलों एवं चरागाह विकास की उन्नत तकनीकीया
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अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें
डॉ संजीव कुमार वर्मा
प्रधान वैज्ञानिक (पशु पोषण)
भाकृअनुप – केंद्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान, मेरठ छावनी
9933221103
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