भेड़ प्रबंधन में शेयरिंग कब और कैसे करे ।
पशु पालक जो भेड़ पालन करते है उनके लिए आवश्यक जानकारी की भेड़ों की शेयरिंग केसे और कब कब करनी चाहिए। शेयरिंग का मतलब भेड़ के शरीर से उन को हटाना। ताकि पशु पालकों को फायदा हो सके।
पशु पालक को शेयरिंग करने से पहले सावधानियां।
- डिपींग करे मतलब भेड़ों को एक पानी के कुंड सल्फर रसायन डाल कर डुबो डुबो कर बाहर निकाले ताकि बाह्य परजीवी और धूल मिट्टी आदि ऊन से हट जावे ।
2.डिपींग करने से ऊन साफ़ सुथरी प्राप्त होगी ।
3.डिपींग ऊन हटाने से पहले करनी होगी।
4.डिपींग सर्दियों के समाप्त होते ही करे या फिर वर्षा ऋतू समाप्त होने के बाद करे और उसके पश्चात शेयरिंग करे।
5.डिपींग में बाह्य परजीवी को हटाने के लिए कुछ रसायन का उपयोग करे।
- अगर ऊन पर मक्खी या मैगट के लार्वा लगे हो तब सल्फर का उपयोग करे। और चिंचड़ होने की स्थिति में बेंजिन हेक्सो क्लोराइड।
एक बार शेयरिंग सर्दियां समाप्त होने के तुरन्त बाद शुरू करे ।
सावधानी: पशु पालक को शेयरिंग अत्यधिक सर्दी में नही करनी चाहिए अन्यथा भेड़ तनाव आ सकती है और भेड़ की मूर्ति भी हो सकती हैं।
पशु पालक को दूसरी बार शेयरिंग वर्षा ऋतू समाप्त होने के तुरन्त पश्चात करे।
सावधानी: पशु पालक को वर्षा ऋतु के दौरान शेयरिंग नही करे अन्यथा कोई शरीर पर घाव लग गया तो संक्रमण पूरे शरीर में फेल सकता है इसलिए ये सावधानी बरतनी चाहिए ।
डॉ. प्रकाश चंद्र सांवल
असिस्टेंट प्रोफेसर
आर आर सी वी ए एस देवली टोंक ।
डॉ .लोकेश कुमार चांदोलिया
पशु चिकित्सा अधिकारी पशु चिकित्सालय दूदू जयपुर।