टर्की पालन

0
1724

टर्की पालन

अनुपम  सोनी, शरद  मिश्रा, निष्मा  सिंह, रूपल  पाठक,  नीतू सोनकर*, अंकित कश्यप,  एस. के. यादव और रौशनी हिरवानी

पशुचिकित्सा और पशुपालन महाविद्यालय, दी. एस. वी सी के वी, दुर्ग,  छत्तीसगढ़, 491001 भारत

*करेस्पोंडिंग ऑथर: neetusonkar028@gmail.com

                                                                                परिचय:
विश्व के कई भाग में टर्की पालन आम है क्योकि भारत में यह अभी कलिका अवस्था में है। पक्षी पालन    के उत्पादन में टर्की के मांस  2 प्रतिशत इसका योगदान है। टर्की पालन मुख्यतः इससे अंड़ा एवं खाद की प्राप्ति होती है। इसके खाद में 5.7 प्रतिशत नाइट्रोजन एवं 2.7 प्रतिशत पोटाश पाया जाता है। टर्की के मांस में कम चर्बी,उमदा, स्वाद, संगंध एवं तनुजा के कारण लोकप्रिय है टर्की को फ्री रेज प्रणली में पालन किये जाने पर इसके आवाय, उपस्कर एवं प्रबंधन में कम व्यय होने के कारण लधु एवं सिमांत किसानों द्वारा पाला जा सकता है। भारतीय जलवायु टर्की पालन के उपयुक्त है।https://vikaspedia.in/agriculture/poultry/turkey-farming

टर्की के सात किस्में भारत में पाली जा सकती ह।

1          ब्रोज

2          हवाइट हाजौड़

3          बारगोन रेड

4          नैरेगनसेट

5          ब्लैक एण्ड स्बेट

6          स्माल हवाइट

7          बेल्टसबिले

प्रमुख बा्ड कगेस्टेट हवाइट भारत में पाली ताने वाली प्रमुख टर्की है। यह ब्रांड ब्रेस्टेड ब्रोज तथा सफेद पंख वाली हवाइट हॉलैंड का संकर किस्म है। यह भारतीय जलवायु में सर्वाधिक उपयुक्त है यह 7-8 माह में 10-12 कि.ग्रा. शरीर भार प्राप्त कर लेता है। इसके विषणन की आयु क्रमशः नर एवं मादा में 28 -30 सप्ताह एवं 18 -20 सप्ताह उपयुक्त है।

READ MORE :  टर्की पालन कैसे करें?

टर्की के मांस एवं अंडा की पोष्टिकता

पौष्टिक                          मांस                              अंडा

प्रोटिन                           24.6%                         13.1%

वसा                                      6.6%                               11.8%

उर्जा कैलोरी/100 ग्राम                            162

काबोग्हाइड्रेड                          1.7%                                          0.87%

खनिज लवण                          1.38%                             0.87%

4-3 मी.ग्रा/100 ग्रा       15.67 -23.97 मी.गा. प्रतिशत जर्दी

टर्की मांस का ग्लाइसेमिक इन्डेक्स अम्ल होने के कारण मधुमेह रोगी के लिए उपयोगी है इसका मांस अमीनों अम्ल,नियासिन, विटामिन बी जैसे विटामिन से परिपूर्ण होता है। इसमें अंसंप्ताह वसीय अम्ल और दूसरे आवश्यकता वसा प्र्याप्त मात्रा में पाया जाता है।

 

टर्की का प्रदर्शन

अंडो का औसत भार                                             65 ग्राम

अंडो का वार्षिक उत्पादन                                     70-120 नग

उदभवन काल                                                     28 दिन

एक दिन के चूजे का वजन                                                50 ग्राम

मादा से प्रतिवर्ष प्राप्त चूजा                                    43-63 नग

अंडा देना आरम्भ                                                 24 सप्ताह

14-15 सप्ताह में बेचने योग्य नर का वजन              7.5 किग्रा.

17-18 सप्ताह में बेचने योग्य मादा का वजन            5.5 किग्रा.

रूपान्तरण अनुपात                                                 2.7 -2.8:1

नर                                                                       24-26 किग्रा

मादा                                                                     17-19.9 किग्रा.

उचित अंडा के लिए नर मादा का अनुपात                   1.5

  1. फ्री रेंज वृहद स्तर पर एक एकड़ बाड़ा लगी हुई भूमि में 250-300 व्यस्क टर्की पाली जा सकती हैं रात्री विश्राम के लिए 3-4 वर्ग फीट प्रति पक्षी आश्रय प्रदान किया जाता हैं अनाच्छादित भूमि में छायादार वृक्ष लगाकर पक्षी को ठंड़ा वातावरण उपलबध कराया जाता है। लघु स्तर पर पालन के लिए अनाच्छादित 15 वर्ग फीट प्रति पक्षी तथा अनाच्छादित भुमि 3 वर्ग फीट प्रति पक्षी प्रदान कर पालन किया जा सकता है।
  2. सघन प्र्णाली सघन प्रणाली में टर्की पालन गहरे कूडे प्रणली के अनतर्गत किया जाता है। जिसमें बिछाली की मोटाई 9-12 इंच रखी जाती है। इस प्रणाली में उच्च स्तरीयें प्रबंधन तथा बिमारी नियंत्रण के कारण उत्पादकता अधिक है।
READ MORE :  ग्रामीण भारत में टर्की पालन: रोजगार का एक सशक्त साधन

टर्कीयों के लिए सतही क्षेत्रफल आधार पात्र तथा जल पात्र की रेखीय लम्बाई

 

आयु सतही क्षेत्रफल (वर्ग फीट) आहार पात्र (इंच) जल पात्र (इंच)
0 – 4 सप्ताह 1.25 2.5 1.5
5 – 16 सप्ताह 2.50 5.0 2.5
17 – 24 सप्ताह 4 6.5 2.5
प्रजनक 5 7.5 2.5

आहार

फ्री रेंज टर्की एक उत्तम अपमार्जिक पक्षी है। इसलिए ये चरायी में केचुओं, छोटे कीटे, घोंघा, दिमको तथा रयोई अवाशिष्ट क्षण करने में सक्षम है। जिससे इसके आहार में 50 प्रतिशत तक की बचत होती है। इसके अलावा इसके आहार में हरा चारा शामिल किया जाता हैं। शेष बचे आहार की पूर्ती के लिए पूरक आहार प्रदान किसा जाता है। चूजों को 4 सप्ताह के बाद आहार में दूब शामिल किया जा सकता है जो चेचक होने के साथ पगतिरक्षा उत्तपन्न करने में सहायक है।

सघन पालन टर्की का आरम्भिक 2 माह सर्वाधिक महत्तवपूर्ण होता है। जिसका मुख्य कारण भुख से मर जाता है। इसलिए इसके खाना पानी पर विशेष ध्यान दिया जाता है। आरभिक्क 15 दिनों तक 10 चूजों पर 1 लीटर जल में 100 मी.ली. दुगध ण्वं एक अण्डा ऊबालक उसे चूर्ण रूप में बनाकर छोटे प्याज के टुकड़े में मिलाकर खिलाया जाता है। यह चूजों को आवश्यक उर्जा एवं प्रोटीन करता है पानी पिने के लिए पोत्साहित करने के लिए जल पात्र में हरे रंग के कंच्चे या पत्थर रखा जाता है।

टर्की के आहार में अनुशंसित पौष्टिक तत्व की मात्रा –

पोषक तत्व उम्र (सप्ताह में)
0-4 5-8 9-12 13-16 17-20 21-24
उपापचयी उर्जा / कि.ग्रा. 2800 2900 3000 3100 3200 3300
प्रोटीन (%) 28 26 22 19 16.5 14
लायसिन (%) 1.6 1.5 1.3 1.0 0.80 0.65
मेथियोनिन (%) 0.55 0.45 0.40 0.35 0.25 0.25
मेथियोनिन + सिस्टीन          1.05 0.95 0.80 0.65 0.55 0.45
READ MORE :  Turkey Farming

      

भारतीय बाजार में टर्की आहार नही उपलब्ध होने के कारण पक्षी पालन निम्न संघटक को मिलाकर स्वयं टर्की के लिए आहार निर्माण कर सकते हैं।

संघटक स्टार्टर ग्रोवर
मक्का 50 50
मुंगफली खली 25 23
नमक रहित मछली चूर्ण 10 15
बाजरा/रागी/गेहॅु (बराबर मात्रा में) 10 —-
चावल चोकर 3 8
नमक 1 3
विटामिन एवं खनिज लवण मिश्रण 1 1

इसके अतिरिक्त कुक्कुट आहार में अन्य अवयव मिश्रित कर टर्की आहार का निर्माण कर सकते हैं।

टर्की स्ट्राटर आहार टर्की ग्रोवर आहार टर्की लेयर आहार
मुर्गी स्ट्राटा मैश 82 मुर्गी ग्रोवर मैश88 मुर्गी लेयर मैश 82
नमक रहित मछली चूर्ण 8 नमक रहित मछली चूर्ण5 नमक रहित मछली चूर्ण 3
मुगंफली खल 10 मुगंफली खल 7 —–

टर्की में औसत आहार ग्रहण प्रतिदिन

उम्र दिनों में 3-15 16-30 31-45 46-60 61-90 91-120 121-150 151-18 180 से अधिक

 

नर मादा
आहार ग्राम में 15 35 50 75 100 150 175 200 275 225

र्की में टीकाकरण                                                         चूजों का प्रबंधन

उम्र टिकोषधि       मार्ग स्नुड (चोच करे मूल दरे निकलने वाला संरचना हटाना

चोच की कटाई

 

नाखून की लम्बाई

 

जन्म के दिनों ल्सोटा नाक/ आंख  में जन्म दिन या तीसरे सप्ताह प्रथम बार जन्मदिन या 3-5 वा सप्ताह बार 11 वा सप्ताह
4-5 सप्ताह म्ुर्गीमाता अंत मांस पेशी/पंख पर चूमन
6 सप्ताह आर 2 बी अंत मांस पेशी/अधोलयीय
8 -10 सप्ताह हैजा टीका अंत मांस पेशी

 

https://www.pashudhanpraharee.com/commercial-turkey-farming-in-india/

 

Please follow and like us:
Follow by Email
Twitter

Visit Us
Follow Me
YOUTUBE

YOUTUBE
PINTEREST
LINKEDIN

Share
INSTAGRAM
SOCIALICON