सर्दी के मौसम मे मवेशियों का बचाव
Dr Keshav Kumar1, Dr Ravi Kumar2, Dr Arjun Raj3
- Veterinary Officer, Scope training and consulting Pvt. Ltd.
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किसानों के लिए मवेशी धन का एक अच्छा स्त्रोत है। पशुओं के लिए ठंडा के मौसम मे आवास, खानपान तथा अन्य देखभाल की बहुत आवश्यकता है।
पशु आवास ऊँचे स्थान एवं समतल स्थान पर होना चाहिए। पशुशाला के अंदर धूप उत्तरी भाग मे अधिक तथा कम से कम दक्षिणी भाग मे आना चाहिए। इसके साथ साथ इस तरह की दिशा मे पशुशाला होने पर तेज ठंड तथा गरम हवाओं से पशुओं का बचाव करती है। अगर पशुशाला के अंदर धूप-रोशनी व हवा का आवागमन पशुशाला के अंदर अमोनिया एवं कार्बन डाई ऑक्साइड की उत्पति कम होगी, जिससे पशु का स्वास्थ्य एवं उत्पादन ठीक रहता है। सर्दी के मौसम मे पशु का बिछावन छः इंच मोटा होना चाहिए। पशु का बिछावन हमेशा सूखा होना चाहिए तथा समय समय पर बदलते रहना चाहिए। खिड़कियों पर बोरी या टाट के पर्दे लगा देना चाहिए जिससे की ठंडा हवा सीधे पशुशाला मे नहीं आना चाहिए। पशुशाला के अंदर हमेसा अलाव करके रखना चाहिए।
पशुओं को हमेशा ऐसा आहार देना चाहिए जिसमे ऊर्जा, प्रोटीन, खनिज, पानी, विटामिन तथा वसा उपस्थित हो। 100 किलोग्राम संतुलित आहार बनाने के लिए 40 किग्रा गेहूं, बाजरा, मक्का, जौ इत्यादि के दाने, 25 किग्रा चोकर, 32 किग्रा सरसों, बिनौला, सोयाबीन, मूँगफली इत्यादि के खली, 2 किग्रा खनिज मिश्रण तथा 1 किग्रा साधारण नमक मिलाना चाहिए। सर्दी के मौसम मे पशुओं को सर्दी से बचाने के लिए पशु आहार मे 35% अतिरिक्त ऊर्जा वाले अनाज देना चाहिए। यानि की 65% तक ऊर्जा सर्दी के मौसम मे विशेष तौर पर दूध देने वाले पशु को देना चाहिए। सर्दी के मौसम मे हरे चारे अधिक खिलाने से पशुओं मे अफरा हो सकती है। इसीलिए पशुओं को सर्दी के मौसम हरे व सूखे चारे मिलाकर खिलना चाहिए।
पशुओं को सर्दी के मौसम मे गुनगुना, ताजा व स्वच्छ पानी भरपूर मात्रा मे पिलाना चाहिए।
ज्यादा दुधारू पशुओं को ऊर्जा की पूर्ति के लिए गुड़ खिलना चाहिए। पशुशाला के अंदर नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए। पशु को धूप मे बांधे तथा मौसम गर्म होने पर पशु को ताजा पानी से नहलाने के बाद सरसों का तेल थोड़ा थोड़ा शरीर पर लगाना चाहिए।
दिन में पशुशाला के पर्दे हटा दें ताकि पशुशाला के अंदर रोशनी तथा हवा आर-पार हो सके। रात को सूर्यास्त से पहके पशुओं को अंदर बांध देना चाहिए। पशुशाला के अंदर गाय को 3.5 वर्गमीटर तथा भैंस को 4 वर्गमीटर स्थान देना चाहिए।
इस प्रकार सर्दियों के मौसम मे पशुओं को संतुलित आहार, पानी तथा आरामदायक आवास प्रदान करके पशुओं को ठंडा से बचाया जा सकता है।https://www.jagran.com/bihar/banka-take-care-of-cattle-22245522.html#:~:text=%E0%A4%9C%E0%A4%BE%20%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%80%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A5%A4-,%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A8%2